कलेक्ट्रेट में अनुपयोगी वस्तुओं से बनाया गया पार्क आर्कषण का केंद्र
कलेक्ट्रेट में अनुपयोगी वस्तुओं से बनाया गया पार्क आर्कषण का केंद्र

कलेक्ट्रेट में अनुपयोगी वस्तुओं से बनाया गया पार्क आर्कषण का केंद्र

गोपेश्वर, 12 दिसम्बर (हि.स.)। अनुपयोगी वस्तुओं को सरलता से रिसाइकिलिंग कर कैसे उपयोग में लाया जा सकता है और इसको कैसे नए रूप में परिवर्तित कर घर आंगन एवं आसपास की सजावट की जा सकती है, इसका बेहतर उदाहरण जिला कलेक्ट्रेट परिसर में देखा जा सकता है। यहां जिला प्रशासन के इनोवेटिव आइडिया से वेस्ट मटीरियल को उपयोग में लाकर पार्क तैयार कराया गया है। इस पार्क का नाम ही ‘‘वेस्ट टू वंडर’’ रखा गया है। इस पार्क में खाली ड्रम, डब्बों, गाडी के टायरों एवं प्लास्टिक की खाली बोतलों व वकेट से सुन्दर कोकोनेट ट्री, डाॅल, गमले, प्लांट, बतख, तितली, फूलदान और वेस्ट प्लास्टिक बोतलों में मिट्टी भरकर आकर्षक दीवार बनाकर पार्क की सजावट की गई है। खाली ड्रमों को काटकर पार्क में बैठने के लिए सोफे व बेंच बनाए गए हैं। अनुपयोगी वस्तुओं से सुंदर सेल्फी प्वाइंट भी तैयार किया गया है। वेस्ट मटीरियल से बने गमलों में फूल एवं सजावटी पौधे लगाए गए हैं। पूरा पार्क विशेष आकर्षण का केंद्र बना है। जिले में इस तरह का यह पहला पार्क है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कहा कि ‘वेस्ट टू वंटर’ पार्क बनाने के पीछे जिला प्रशासन की मंशा वेस्ट मटीरियल के प्रति आम लोगों जागरूक कर अनुपयोगी वस्तुओं को प्रोडेक्टिव बनाना और इससे फैल रही गंदगी को रोकना है। हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश/मुकुंद-hindusthansamachar.in

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