उत्तराखंड जैविक उत्पाद की ब्रांडिंग और मार्केटिंग को बढ़ावा देगी सरकार
उत्तराखंड जैविक उत्पाद की ब्रांडिंग और मार्केटिंग को बढ़ावा देगी सरकार

उत्तराखंड जैविक उत्पाद की ब्रांडिंग और मार्केटिंग को बढ़ावा देगी सरकार

देहरादून, 15 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश के कृषि, कृषि विपणन, कृषि प्रसंस्करण, कृषि शिक्षा, उद्यान एवं फलोद्योग एवं रेशम विकास मंत्री सुबोध उनियाल ने विधानसभा स्थित सभाकक्ष में चारधाम मार्ग पर राज्य जैविक उत्पाद विपणन के विकास के लिए समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड जैविक उत्पाद की ब्रांडिंग और मार्केटिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि परम्परागत उत्तराखंड कृषि उत्पाद विकास योजना को बढ़ावा देने के लिए एवं कृषकों को विपणन सुविधा देने के लिए योजना बनाई जा रही है। इसके अन्तर्गत परम्परागत बांस अथवा टीक इत्यादि आधारित हट को आकर्षक रूप में बनाकर उत्तराखंड जैविक उत्पादों को आउटलेट के रूप में रखा जाएगा। 15 करोड़ रुपये बजट के अन्तर्गत लगभग 1300 आउटलेट सम्पूर्ण राज्य के प्रमुख केन्द्रों पर स्थापित किए जाएंगे। पर्यटन हब, चारधाम यात्रा मार्ग पर बड़ा आउटलेट और अन्य स्थलों पर छोटा आउटलेट बनाया जाएगा। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टेशनों पर आकर्षक रूप में आउटलेट बनाए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि चारधाम विकास परियोजना के अन्तर्गत लोक निर्माण विभाग से इसके लिए भूमि उपलब्ध कराने की मांग की गयी थी। पूर्व में अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण विभाग स्तर पर बैठक भी की जा चुकी है। रिसर्च सेन्टर के रूप में सेन्टर आफ एक्सीलेंस की स्थापना चौबटिया में की जाएगी। सेन्टर आफ एक्सीलेंस में लैब, उपकरण और शोध कार्य होंगे। आर्गेनिक फार्मिंग के लिए नरेन्द्र नगर में सेन्टर आफ एक्सीलेंस स्थापित किया जा रहा है। विभागीय संरचना को अधिक उपयोगी बनाने के लिए पीडीओ आलू विकास अधिकारी पद को एनडीओ नर्सरी विकास अधिकारी में विलीन किया जाएगा तथा डीएचओ के अतिरिक्त सीएचओ पद बनाने पर भी चर्चा की गई। इस अवसर पर सचिव उद्यान आर. मीनाक्षी सुन्दरम, निदेशक कृषि परमाराम, निदेशक हार्टिकल्चर संजय श्रीवास्तव, निदेशक कैप डाॅ. नृपेन्द्र चैहान, अपर निदेशक उद्यान डाॅ. आरके सिंह एवं डाॅ. जगदीश चन्द्र, उप सचिव उद्यान एवं रेशम जीएस उप्रेती और मुख्य कृषि अधिकारी टिहरी जीपी तिवारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/दधिबल/मुकुंद-hindusthansamachar.in

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