उत्तराखंड: अल्मोड़ा में प्रदेश के पहले 'द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट' का गठन
उत्तराखंड: अल्मोड़ा में प्रदेश के पहले 'द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट' का गठन

उत्तराखंड: अल्मोड़ा में प्रदेश के पहले 'द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट' का गठन

-मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश पर हुआ गठन, राज्य के होनहार विद्यार्थी उच्च संस्थानों में प्रवेश के लिए कर सकेंगे तैयारी देहरादून, 23 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पहल पर अल्मोड़ा में प्रदेश का पहला 'द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट' बुधवार को अस्तित्व में आ गया। यह ट्रस्ट राज्य के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को शैक्षिक क्षमता के अनुसार तकनीकी शिक्षा के उच्च संस्थानों में प्रवेश की तैयारी में मदद करेगा। मुख्यमंत्री रावत के दिशा-निर्देशन में जिला प्रशासन ने अल्मोड़ा में इस ट्रस्ट का गठन किया है। अल्मोड़ा के विकास भवन में आयोजित कार्यक्रम में इसके सफल संचालन के लिए जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया और सीईओ इलारा कैपिटल राज भट्ट ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आडियो संदेश के माध्यम से इसके गठन की शुभकामनायें दीं। उन्हें इसके लिए ट्रस्ट से संबद्ध लोगों का आभार जताया। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि यह संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार संस्थान के सफल संचालन के लिए यथा सम्भव मदद करेगी। कार्यक्रम में सुपर-30 के संचालन एवं चयन प्रक्रिया की जानकारी सी-डॉट के चेयरमैन एवं सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट के सलाहकार डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने दी। उपाध्याय ने कहा कि इस संस्थान का मुख्य उददेश्य राज्य के गरीब प्रतिभावान बच्चों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में प्रवेश के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाना है। प्रदेश में यह अलग तरह का संस्थान होगा। इसमे प्रदेश के सभी विद्यालयों के 10वीं कक्षा की परीक्षा में मेरिट में रहने वाले चार से पांच छात्रों को प्रदेशस्तरीय प्रवेश परीक्षा के लिए चुना जाएगा। इन छात्रों की प्रवेश परीक्षा होगी। उसके आधार पर टॉप 30 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। ट्रस्ट के सलाहकार उपाध्याय ने कहा कि यह संस्थान आवासीय होगा। यहां 11वीं एवं 12वीं कक्षाओं के साथ-साथ तैयारी कराई जाएगी। विषय विशेषज्ञ अध्यापकों की व्यवस्था की जाएगी। इस संस्थान में व्यय होने वाली धनराशि का वहन द क्वीन्ट के संस्थापक राघव बहल के सहयोग से किया जाएगा। संस्थान की अन्य सुविधाओं में जिला प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा। इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट को सहयोग करने वाले द क्वीन्ट के संस्थापक राघव बहल ने कहा कि वह जिला प्रशासन का हर तरह का सहयोग देंगे। इससे राज्य के प्रतिभावान छात्रों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट के सलाहकार और इंडिया फाउंडेशन के शौर्य डोभाल ने भी संस्थान को हर सम्भव सहायता देने का आश्वासन दिया। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस संस्थान के खुलने से शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा। कार्यक्रम में उपस्थित इलारा कैपिटल लंदन के सीईओ राज भट्ट ने भी ट्रस्ट को यथा सम्भव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यह संस्थान अप्रैल से शुरू हो जाएगा। आखिर में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा से यह संभव हुआ है। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डेय, सीईओ सी- हॉक नरेन्द्र लटवाल, शिक्षाविद् दिनेश जोशी, एलएक्स वाल्टर, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष कुन्दन लटवाल, उप जिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, मोनिका, जिला विकास अधिकारी केके पंत, मुख्य शिक्षाधिकारी एचबी चंद, आपदा प्रबंधन अधिकारी राकेश जोशी, आरटीओ शैलेश तिवारी, एआटीओ केसी पलड़िया, विनोद राठौर, विद्या कर्नाटक आदि उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार /मुकुंद-hindusthansamachar.in

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