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गुरुकुल में विश्व बौद्धिक सम्पदा दिवस मनाया

हरिद्वार, 27 अप्रैल (हि.स.)। भेषज विज्ञान विभाग, गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय में चल रहे औषधीय पादप महाकुम्भ 2021 के अंतर्गत ऑनलाइन माध्यम से विश्व बौद्धिक सम्पदा दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में बौद्धिक सम्पदा अपीलीय मंडल के अंतर्गत पेटेंट मामलों के तकनीकी सदस्य डा. बीपी सिंह ने भारतीय पेटेंट प्रणाली विषय पर अपना व्याख्यान दिया। डा. सिंह ने पेटेंट के विभिन्न प्रकार जैसे की कॉपीराइट, ट्रेडमार्क, ज्योग्राफिकल डिजाइन तथा मोनोग्राम के साथ-साथ कैसे और किन-किन बौद्धिक सम्पदाओं पर पेटेंट प्राप्त किये जा सकते हैं, जैसे हर पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने एक विश्वविद्यालय का उदहारण देते हुए बताया की कैसे चरणबद्ध तरीके से एक साल के अंदर 113 पेटेंट फाइल किये जा सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. वीके सिंह ने बताया की विश्व पटल पर किसी देश की मान एवं प्रतिष्ठा उसके नागरिकों द्वारा अर्जित राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय पेटेंट पर काफी हद तक निर्भर करता है। कार्यक्रम में श्रोता के रूप में वायु सेना के तीन ऐसे पूर्व अधिकारी सम्मिलित हुए जिन्होंने सेना में अपनी सेवाओं को देने के साथ-साथ पेटेंट के क्षेत्र में भी देश की सेवा कर रहे हैं। भेषज विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सत्येंद्र कुमार राजपूत ने बताया की गुरुकुल कांगड़ी अपने बौद्धिक सम्पदा के संरक्षण एवं इसके विस्तार हेतु जरूरी आधारिक संरचना हेतु कार्यशील है। कार्यक्रम के संयोजक भेषज विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर रोहित भरद्वाज तथा संचालक विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर डा. सुहास ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर भेषज विज्ञान विभाग के शिक्षक आशीष पाण्डेय, रवि प्रताप, डा. विपिन कुमार, डा. कपिल कुमार गोयल, डा. अश्वनी कुमार, डा. अभिषेक बंसल, डा. पियुष सिंघल, दीपक सिंह नेगी, रविन्द्र कम्बोज, बलवंत सिंह रावत, राजेन्द्र यादव, डा. नरेश कुमार रांगरा, डा. रोहित भरद्वाज, राहुल सिंह एवं समस्त शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत

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