स्वामी आनन्द गिरी निरंजनी अखाड़े से निष्कासित
हरिद्वार, 14 मई (हि.स.)। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के पंच परमेश्वरों की कार्यकारिणी की बैठक मायापुर हरिद्वार में आहूत की गई। बैठक में सर्वसम्मति से अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज द्वारा भेजे गए पत्र पर कार्रवाई सुनिश्चित की गयी। पत्र में स्वामी आनन्द गिरी मुल्तानी मढ़ी को अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया। यह जानकारी निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने दी। उन्होंने बताया कि संन्यास परम्परा में घर से संबंध रखने वाले संतों को अखाड़े से बहिष्कृत कर दिया जाता है। स्वामी आनन्द गिरी महाराज द्वारा बाघम्बरी मठ एवं लेटे हनुमान जी मंदिर के धन का दुरुपयोग करते हुए अपने परिवारजनों को भेजा जा रहा था। जांच में यह सिद्ध हुआ है। अखाड़े के पंच परमेश्वर को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा गया था। स्वामी आनन्द गिरी महाराज द्वारा लगातार अखाड़े की परम्पराओं का उल्लंघन किया जा रहा था। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत