शांतिकुंज : स्वर्ण जयंती वर्ष की तैयारियां शुरू
हरिद्वार 05 जनवरी (हि. स.)। वर्ष 2021 गायत्री तीर्थ शांतिकुंज का स्वर्ण जयंती वर्ष है। इस साल अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में देश-विदेश में विविध कार्यक्रम आयोजित कराए जाएगे। इस निमित्त टोलियों में जाने वाले प्रतिभागियों के दो दिवसीय बोध सत्र में गायत्री परिवार प्रमुख द्वय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं शैल दीदी ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत प्रकाश डाला। बोध सत्र का समापन पर मंगलवार को डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि युगऋषि पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य ने जाति, धर्म, सम्प्रदाय से ऊपर रहकर गायत्री तीर्थ शांतिकुंज की स्थापना की। यहां के कार्यक्रम व्यक्ति को अन्धविश्वास, मूढ़मान्यता, भाग्यवाद आदि से उठकर कर्मवादी बनने की प्रेरणा देता है। स्वर्ण जयंती वर्ष के कार्यक्रमों के दायित्वों को ईमानदारी के साथ पूरा करें। शैल दीदी ने कहा कि कोविड-19 के कारण हमारे जो भाई-बहन नहीं आ पाए, उन तक शांतिकुंज संदेश लेकर जाएगा। महाकुंभ में भी अनेक भाई-बहन पहुंच नहीं पायेंगे। ऐसे परिवारों, घरों तक भी गायत्री परिवार के कार्यकर्ता महाकुंभ व गायत्री तीर्थ का संदेश से लेकर जाएंगे। इस दौरान व्यवस्थापक महेन्द्र शर्मा ने शांतिकुंज स्वर्ण जयंती वर्ष के कार्यक्रम की रूपरेखा एवं देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने 'आपके द्वार-पहुंचा हरिद्वार' विषय पर विस्तृत जानकारी दी। दो दिन चले इस बोध सत्र को डॉ. ओपी शर्मा, शक्तिपीठ संगठन प्रकोष्ठ के समन्वयक केदार प्रसाद दुबे, कार्यक्रम विभाग के समन्वयक श्याम बिहारी दुबे आदि ने भी संबोधित किया। हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/मुकुंद-hindusthansamachar.in