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राजकीय महाविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव पर गोष्ठी

ऋषिकेश, 15 मार्च ( हि.स.)। राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत “वर्तमान परिपेक्ष में स्वतंत्रता के निहितार्थ” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर पंकज पंत ने कहा कि आजादी की लड़ाई से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन को आत्मसात करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम दो शर्ट कम पहन लें। एक सूट कम सिला लें। एक जोड़ी जूते से काम चला लें। बचे हुए पैसे से आजादी का साहित्य पढ़ना चाहिए।बहुत से लोग भगत सिंह को जानते हैं पर दुर्गा भाभी का इतिहास आज भी मात्र किताबों में है। वह जनमानस नहीं पहुंच पाया है। गोष्ठी के संयोजक डॉ. देवमणि त्रिपाठी ने कहा कि आजादी का मतलब मम्मी -पापा की डांट से आजादी नहीं है। आजादी का मतलब क्लास में उपस्थित होने की आजादी से नहीं है। आजादी का मतलब है कि हम अपने जीवन में जो कुछ बनना चाहते हैं, जो कुछ करना चाहते हैं। उसको करने और सीखने की आजादी से है। कार्यक्रम आयोजन समिति के सदस्य डॉ. दयाधार दीक्षित ने कहा की आजादी का अमृत महोत्सव दांडी मार्च के प्रारंभ के दिन 12 मार्च से 5 अप्रैल तक चलेगा। इस मौके पर बीएससी तृतीय सेमेस्टर की छात्रा पूजा जोशी ने कहा कि आखिर महाविद्यालय में ड्रेस कोड लागू क्यों नहीं किया जाता? क्या आजादी का मतलब महाविद्यालय में भी फैशन परेड करना है? हिन्दुस्थान समाचार/ विक्रम/मुकुंद

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