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हिंदी पत्रकारिता दिवस पर पं. विष्णुदत्त उनियाल को किया याद

-हिंदी पत्रकारिता दिवस पर वेबिनार में शामिल हुए राज्यपाल कोश्यारी एवं मुख्यमंत्री तीरथ नैनीताल, 30 मई (हि.स.)। हिंदी पत्रकारिता दिवस पर रविवार को कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर स्थित अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार केंद्र के माध्यम से ‘कोरोना काल में पत्रकारिता’ विषय पर वर्चुअल माध्यम से विचार गोष्ठी (वेबिनार) का आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी एवं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी शामिल हुए। उन्होंने उत्तराखंड के नैनीताल से प्रकाशित प्रथम हिंदी समाचार पत्र ‘पर्वतीय’ के संस्थापक पं. विष्णु दत्त उनियाल की जन्म शताब्दी होने के नाते उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने पं. उनियाल के जीवन वृत्त तथा उनके द्वारा पहले आगरा के उजाला प्रेस से पर्वतीय को प्रकाशित करने तथा बाद में नैनीताल की माल रोड पर प्रेम बल्लभ जोशी एवं राज्य सरकार के सहयोग से प्रेस स्थापित करने और 1986 तक पर्वतीय को लगातार प्रकाशित करने के अनजाने वृतांतों को विस्तार से रखा। पं. उनियाल की पुत्री डॉ. सीमा उनियाल मिश्रा ने भी अपने पिता के जीवन एवं उनके पत्रकारिता के प्रति समर्पण पर बात रखी। साथ ही अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार केंद्र के हर वर्ष प्रथम आने वाले एक-एक छात्र एवं छात्रा को पं. उनियाल ट्रस्ट की ओर से 10-10 हजार रुपए की छात्रवृत्ति देने की घोषणा की। साहित्यकार लक्ष्मण सिंह बिष्ट ‘बटरोही’ एवं उद्घोषक हेमंत बिष्ट ने स्वर्गीय पं. उनियाल के साथ अपने संस्मरणों को प्रस्तुत किया। भारत-मलेशिया हिंदी समन्वय केंद्र की संयोजक डॉ. संगीता तिवारी एवं प्रो. गोविंद सिंह सहित राजस्थान विवि के अमित वर्मा ने कोविड काल में शवों एवं मौतों के चित्रों व समाचारों के साथ नकारात्मक पत्रकारिता पर चिंता जताई। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने कोविड काल में छोटे समाचार पत्रों पर छाये संकट की ओर ध्यान आकृष्ट किया। डॉ. नवीन जोशी ने कोविड काल में समाचार पत्रों को सरकार द्वारा अपने हाल पर छोड़ देने का आरोप लगाते हुए विश्वास जताया कि नए डिजिटल माध्यम के साथ पत्रकारिता आगे बढ़ती रहेगी। देव संस्कृति विवि हरिद्वार के विभागाध्यक्ष प्रो. सुखनंदन सिंह ने विवि में पं. उनियाल को पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात कही। संचालन करते हुए अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार केंद्र के विभागाध्यक्ष प्रो. गिरीश रंजन तिवारी ने कोविड काल में फेक न्यूज की बाढ़ को कोरोना से अधिक बड़ी महामारी बताया। अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार केंद्र की छात्रा उषा पांडे एवं पंकज कुमार ने भी कविता प्रस्तुत की। वेबिनार में डॉ. ललित तिवारी, खुशबू तिवारी, डॉ. महेंद्र राणा, हिमानी बोरा, अदिति खुराना, आकांक्षी, चंदन कुमार, अंचल पंत, हेमंत रावत, डॉ. केतकी तारा व राजेंद्र क्वीरा सहित बड़ी संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया। हिन्दुस्थान समाचार/डॉ.नवीन जोशी

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