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अस्पताल की लापरवाही से गर्भवती ने रात चौक पर बिताई

नई टिहरी, 18 मई (हि.स.)। जिला अस्पताल में व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। बीते रोज ही क्षेत्रीय विधायक डा. धन सिंह नेगी ने अस्पताल प्रबंधन को व्यवस्था सुधारने की कड़ी हिदायत दी थी, जिस पर पानी फेरते हुये अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से गर्भवती महिला को रात अस्पताल से बाहर सांई चौक पर बितानी पड़ी। कांग्रेस के बवाल के बाद सीएमओ ने घटना के लिए जिम्मेदार डाक्टर व नर्स के खिलाफ कार्रवाई के लिखित निर्देश सीएमएस को दिये। इसके पर दोपहर बाद धरना स्थगित किया। सुबह बवाल होने पर अस्पताल प्रबंधन ने महिला को एडमिट कर डिलीवरी कराई। कांग्रेस ने सीएमओ को पत्र लिखकर इस घटना के लिए जिम्मेदार रात को ड्यूटी कर रही डाक्टर व नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस पर सीएमओ ने जिला अस्पताल बौराड़ी के सीएमएस को कार्रवाई के निर्देश लिखित रूप से दिये । धरना देने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीएमओ पत्र लिखकर अवगत कराया कि बीती 17 मई की रात्रि 11 बजे मुखमाल गांव निवासी प्रसव पीड़ा से कराह रही सरिता देवी (24) पत्नी बिशन सिंह सीएचसी प्रतापनगर की एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय बौराड़ी लाया गया। रात को एक डाक्टर व नर्स ने यह कहकर महिला को अस्पताल से बाहर कर दिया कि उनका आपरेशन होना है। इसलिए इलाज यहां नहीं किया जा सकता। रात को तीन बजे तक गर्भवती महिला व परिजन अस्पताल के बाहर ठंड में रहे। 3 बजे के बाद सांई चौक चले गये। बीडीसी मेंबर के बात करने के बाद मरीज को दोबारा सुबह के वक्त अस्पताल लाया गया। गर्भवती महिला के रात को बाहर करने पर अस्पताल में कांग्रेस ने वबाल मचाते हुये जिला अस्पताल के सामने धरना शुरू करते हुये इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार डाक्टर व नर्स पर कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस ने गर्भवती महिला व परिजनों के साथ अभद्रता करने का आरोप भी डाक्टर, नर्स पर लगाया। धरने पर बैठने वालों में कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश राणा, प्रदेश सचिव कांग्रेस कुलदीप पंवार, किसन सिंह, देवेंद्र नौडियाल, उदय सिंह, सुरेश सिंह, शाहिद, लखवीर चौहान आदि शामिल रहे। क्या कहता है अस्पताल प्रबंधन: पीपीपी मोड पर अस्पताल का संचालन देख रहे जौली ग्रांट हिमालयन अस्पताल के प्रबंधक सेम कमर ने बताया कि गर्भवती महिला रात को अस्पताल आई थी। महिला के सीजेरियन के चांस ज्यादा थे। ब्लड ग्रुप बी निगेटिव था। आपरेशन के लिए बल्ड की व्यवस्था नहीं थी। इसलिए अन्यत्र डिलीवरी को कहा गया। महिला रात को अस्पताल की इमरजेंसी में ही रही। सुबह पांच बजे न जाने कहां चले गये। कुछ लोगों के फोन आने पर महिला को अस्पताल लाकर इलाज देकर डिलीवरी कराई गई है। क्या कहती हैं सीएमओ : सीएमओ डा. सुमन आर्य का कहना है कि गर्भवती महिला को अस्पताल से बाहर कर बाहर रखने की शिकायत मिली है। सीएमएस को घटना के लिए जिम्मेदार डाक्टर व नर्स के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दे दिये गये हैं। हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल

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