नमामि गंगे मिशन टीम लीडर डा. रविन्द्र बोहरा मिले चिदानंद से
ऋषिकेश, 31 मार्च (हि.स.)। ऋषिकेश, 31 मार्च (हि.स.)। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती से बुधवार को टीम लीडर, नमामि गंगे मिशन, पेयजल स्वच्छता विभाग, केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय डॉ. रवीन्द्र बोहरा ने मुलाकात की। डॉ. बोहरा ने अपनी पुस्तक ’वेदान्त दर्शन और मोक्ष चिन्तन‘ भेंटकर उस पर चर्चा की । इस दौरान स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत गंगा ग्राम विकसित करने, गंगा ग्राम पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित करने तथा गंगा किनारे के गांवों में हर्बल और मेडिसन प्लांट्स को अधिकाधिक मात्रा में लगाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मां गंगा के तटों पर पायलट प्रोजेक्ट के तहत रुद्राक्ष वन तैयार किये जा सकते हैं। साथ ही गंगा किनारे स्थित शहरों, कस्बों और गांवों में आधुनिक तकनीक से युक्त शवदाहगृहों को स्थापित कर जल प्रदूषण को कम किया जा सकता है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि ऋषिकेश, हरिद्वार, वाराणसी आदि अन्य तीर्थ क्षेत्रों में वर्ष भर लाखों तीर्थ यात्री आते हैं अतः गंगा के प्रदूषण की समस्या का समाधान करने के लिए सरकारी प्रयासों के साथ सार्वजनिक-निजी-भागीदारी नितांत आवश्यक है। स्वामी ने कहा कि मां गंगा की समग्र स्वच्छता और जल के संरक्षण के लिये जन भागीदारी के साथ बेहतर और टिकाऊ प्रयासों की जरूरत है। बेहतर परिणाम हासिल करने लिये मां गंगा के दोनों ओर पौधरोपण, जैविक खेती जैसे अहम बदलाव करने होंगे। हिन्दुस्थान समाचार /विक्रम/मुकुंद