Khichdi is offered by offering prayers to Lord Raghunath
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भगवान रघुनाथ की पूजा-अर्चना कर लगाया खिचड़ी का भोग

तीर्थनगरी देवप्रयाग में पौष माह में आयोजित महापूजा का समापन नई टिहरी, 13 जनवरी (हि.स.)। तीर्थनगरी देवप्रयाग के प्राचीन श्री रघुनाथ मंदिर में पौष माह में होने वाली महापूजा का बुधवार को भगवान राम की परम्परागत स्तुतियों के साथ समापन हुआ। महापूजा में तीर्थपुरोहित समाज सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे। प्राचीन रघुनाथ मंदिर में आयोजित महापूजा में भगवान श्री रघुनाथ के विशेष पूजन के साथ स्तुति गायन किया गया। श्रद्धालुओं ने समस्त विश्व की सुख शांति सहित कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना की। पुजारी पं सोमनाथ भट्ट ने तड़के भगवान् रघुनाथ का श्रृंगार कर खिचड़ी का भोग लगाया। श्रद्धालुओं ने भगवान रघुनाथ की मंगल आरती व अन्य भजनों का गायन कर महापूजा का समापन किया। सूर्योदय से पहले होने वाली महापूजा के बाद खिचड़ी का प्रसाद श्रद्धालुओं को बांटा गया। पुजारी पं सोमनाथ ने बताया कि मकर संक्रांति से श्री रघुनाथ मंदिर पूर्व की भांति पूरे दिन दर्शन पूजन के लिए खुलेगा। पूरे पौष माह में परम्परानुसार मंदिर महापूजा के बाद सांय तक के लिए बंद हो जाता थे। डॉ. शैलेंद्र शास्त्री का कहना है कि इस वर्ष मकर सक्रांति 14 जनवरी को आने से श्रद्धालुओं में इस बार कोई असमंजस नही है। देवप्रयाग तीर्थ में बुधवार रात को मकर राशि मे सूर्य का प्रवेश होते ही मकर संक्रांति का संगम पर पर्व स्नान शुरू होगा। मकर संक्रांति में किया गया स्नान, दान लोक-परलोक दोनों में ही सुख और समृद्धि प्रदान करने वाला माना गया है। हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल/-hindusthansamachar.in

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