हेमकुंड साहिब के कपाट खोले जाएंगे 20 मई को, ऋषिकेश से 17 मई को रवाना होगी श्रद्धालुओं की पहली यात्रा

Hemkund Sahib : गुरुद्वारा ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह ने हेमकुंड यात्रियों की सुविधा के लिये राज्य सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाओं के प्रति मुख्यमंत्री का आभार जताया।
हेमकुंड साहिब के कपाट खोले जाएंगे 20 मई को
हेमकुंड साहिब के कपाट खोले जाएंगे 20 मई को

देहरादून, एजेंसी। हेमकुंड साहिब के कपाट 20 मई को खुलेंगे। इसके लिए यात्रा का पहला जत्था 17 मई को ऋषिकेश से रवाना होगा। गुरुद्वारा ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने मंगलवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री से भेंट कर यात्रा के पहले जत्थे को रवाना करने का अनुरोध किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को हेमकुंड साहिब की सुखद यात्रा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हेमकुंड यात्रा के लिये यात्रा मार्ग पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। इस वर्ष हेमकुंड साहिब यात्रा का पहला जत्था 17 मई को ऋषिकेश से रवाना होगा।

गोबिन्द धाम से हेमकुंड साहिब के 6 किमी के मार्ग पर रेलिंग का निर्माण हुआ

गुरुद्वारा ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह ने हेमकुंड यात्रियों की सुविधा के लिये राज्य सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाओं के प्रति मुख्यमंत्री का आभार जताया। उन्होंने, मुख्यमंत्री को यात्रा मार्ग हेमकुंड साहिब गोबिन्द धाम, गोबिन्द घाट और अन्य स्थानों पर सरकार की ओर से किए गए अवस्थापना विकास कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब में पिछले वर्ष हेलीपैड का निर्माण शुरू किया गया , जो वर्ष 2023 में पूरा किया जाएगा। गोबिन्द धाम से हेमकुंड साहिब के 6 किमी के मार्ग पर रेलिंग का निर्माण किया गया, जिन जगहों पर मोड़ की चौड़ाई कम थी, उनका सुधारीकरण किया गया है।

दोनों तरफ की एपरोच रोड भी तैयार कर दी गई

यात्रा के लिए 500 मीटर का एक अलग मार्ग का कार्य भी तेजी से चल रहा है। गोबिन्द धाम में घोड़ा पड़ाव का कार्य भी शुरू हो चुका है। स्वच्छता एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास किया गया है। गांव पुलना जहां से पैदल यात्रा शुरू होती है, 10 किमी. के ट्रैक पर म्यून्डार गांव में 165 मीटर लंबा पुल बनकर तैयार हो चुका है। दोनों तरफ की एपरोच रोड भी तैयार कर दी गई है। पुलना से गोबिन्द धाम तक के ट्रैक पर 10 रेन शेल्टर शेड बेंच लगाकर यात्रियों के बैठने के लिए तैयार किए गए हैं।

एक्स-रे मशीन और मोबाइल पैथोलॉजी लैब सरकार की ओर से लगाई गई

गोबिन्द घाट से 5 किमी तक का पुलना सड़क मार्ग तैयार किया गया है। पुलना गांव में टैक्सी चालकों के लिए दो अलग-अलग पार्किंग का निर्माण किया गया है। गोबिन्द घाट गुरुद्वारा से गांव पांडुकेश्वर की ओर नदी से सुरक्षा के लिए दीवार का कार्य भी तेजी से चल रहा है। यात्रियों की गाड़ियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से गोविन्द घाट में एक अस्थायी पार्किंग का निर्माण भी इस वर्ष किया गया है। गोबिन्द पाट गुरुद्वारा हॉस्पिटल में भी एक एक्स-रे मशीन और मोबाइल पैथोलॉजी लैब सरकार की ओर से लगाई गई है। यात्रियों के लिए शुद्ध पीने के पानी के लिए एक आर.ओ. की व्यवस्था भी की गई है। गोबिन्द घाट बस स्टैंड से गुरुद्वारा जाने के लिए जो पुराना मार्ग के सुधारीकरण का कार्य भी तेजी से चल रहा है।

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