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कीवी की खेती से होगी काश्तकारों की आर्थिकी मजबूत

पौड़ी, 04 अप्रैल (हि.स.)। जिले के किसानों की आजीविका को कीवी की खेती से मजबूती मिलेगी। जिले के उद्यान विभाग ने किसानों को कीवी की खेती के लिए प्रोत्साहित किया है। इस वर्ष जिले में जिला योजना व उद्यान मिशन के तहत 17 हेक्टेयर भूमि में कीवी की खेती शुरू की गई है जिसमें 60 किसान जुट गए हैं। जिले में एलिसन, हवाड, मांटी, तामुरी, एबॉट, ब्रूनो आदि उन्नत प्रजातियों की कीवी रोपी गई है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पहाड़ में किसानों की आर्थिकी को कीवी की खेती से मजबूती मिलेगी। जिले में किसानों की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए उद्यान विभाग की ओर से थलीसैण, पाबौ, खिर्सू, एकेश्वर, कल्जीखाल, पौड़ी व कोट ब्लाक में कीवी की खेती शुरू की गई है। इन विकास खंडों में जिला योजना के तहत 15 हेक्टेयर व उद्यान मिशन के तहत 2 हेक्टेयर भूमि पर कीवी रोपी गई है। जिला उद्यान अधिकारी डा. नरेंद्र कुमार ने बताया कि कीवी मूल रुप से न्यूजीलैंड का फल है। इसे चाइनीज गूजवेरी भी कहा जाता है। जलवायु के बदले परिवेश में कीवी की खेती पहाड़ में संभावनाओं से भरी है। कीवी से प्रति इकाई क्षेत्रफल में अधिक उत्पादन व लाभ मिलता है। जंगली जानवरों से सुरक्षित कीवी पोषक तत्वों से भरपूर है जिसका भंडारण भी देर तक किया जा सकता है। डा. कुमार ने बताया कि कीवी रोपने के तीसरे साल उत्पादन देना शुरू हो जाता है। रोपण के लिए दिसम्बर व जनवरी माह उपयुक्त होता है। उन्होंने बताया कि जिले में 60 किसान कीवी की खेती से जुड गए हैं। साथ ही सात समूह भी बनाए गए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/मुकुंद

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