सरकार के फैसलों पर धीरेंद्र प्रताप ने उठाए सवाल
देहरादून, 29 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने सकरारी कार्यालय खोलने पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले तो सरकार ने सारे सरकारी कार्यालय बंद करने के आदेश दिए और अब उसे निरस्त करना अपरिपक्वता का परिचायक है। धीरेंद्र प्रताप ने बयान में तीरथ सरकार के फैसलों को अव्यावहारिक बताते हुए कहा कि बदले हालातों में राज्य कहीं एक प्रयोगशाला बन कर न रह जाए। सरकारी कार्यालय के बाद अब चारधाम यात्रा को स्थगित किया गया है, लेकिन कोई भरोसा नहीं कि सरकार फिर कल अपने ही आदेश को बदल दे। नौकरशाही के रोज-रोज स्थानांतरण के फैसले भी सोचने को मजबूर करता है। तीरथ सिंह रावत अपने ही सरकार के पूर्व फैसले और उस समय के अधिकारियों के दायित्वों को बदलने में लगी है। ऐसा लगता है जैसे तीरथ सिंह सरकार ने तबादलों को उद्योग का दर्जा दे दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि सरकार जो भी फैसले ले, उसमें सरकार की परिपक्वताए कोरोना का पुराना अनुभव और भावी चुनौतियों से जज्बे का का समावेश होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि एक अनुभवी नेता की तरह काम करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश