Pulse Polio Campaign: आज से पल्स पोलियो अभियान शुरु, दो बूंद जिंदगी की है जरुरी, घर-घर दस्तक देंगे आशा वकर्स

Dehradun News: राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस 3 मार्च से देहरादून में सघन पल्स पोलियो अभियान चलेगा। अभियान के तहत जन्म से लेकर 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।
Polio Drive
Uttarakhand News
Polio Drive Uttarakhand NewsRaftaar.in

देहरादून, हि.स.। राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस 3 मार्च से देहरादून में सघन पल्स पोलियो अभियान चलेगा। अभियान के तहत जन्म से लेकर 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। 3 मार्च को सभी पोलियो बूथों पर यह खुराक पिलाई जाएगी। जबकि 4 से 9 मार्च तक आशा कार्यकत्री व स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर पोलियो की खुराक बच्चों को पिलाएंगे।

अभियान के लिए 1492 टीमों का गठन, 339 पर्यवेक्षक तैनात-

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाॅ. वंदना सेमवाल ने बताया कि जनपद के कुल 233500 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 1403 स्थिर बूथ, 70 ट्रांजिट बूथ व 26 मोबाइल बूथ सहित कुल 1501 पोलियो बूथ स्थापित किए गए हैं। साथ ही कुल 1492 टीमों का गठन किया गया है। अभियान के लिए 339 पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। अभियान में सम्मिलित समस्त कर्मचारियों तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। सभी चिकित्सा इकाइयों में पर्याप्त मात्रा में पोलियो वैक्सीन तथा आवश्यक लाॅजिस्टिक्स की आपूर्ति कर दी गई है।

जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों को अवश्य पिलाएं पोलियो की खुराक-

मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. संजय जैन ने अभिभावकों से अपील की है कि अभियान के दौरान सभी अभिभावक जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलाएं। हालांकि वर्तमान में भारत पोलियो मुक्त है किंतु पड़ोसी देशों में अब भी पोलियो के केस सामने आ रहे हैं, इसलिए हमें सचेत रहना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रह जाए।

क्यों जरुरी है दो बूंद पोलियो की?

पोलियो एक संक्रामक रोग है जो पोलियो विषाणु से मुख्यत: छोटे बच्चों में होता है। यह बीमारी बच्चे के किसी भी अंग को जिदगी भर के लिए कमजोर कर देती है। पोलियो लाइलाज है, क्योंकि इसका लकवापन ठीक नहीं हो सकता है। बचाव ही इस बीमारी का एक मात्र उपाय है। मल पदार्थ में पोलिया का वायरस जाता है। ज्यादातर वायरस युक्त भोजन के सेवन करने से यह रोग होता है। यह वायरस श्वास तंत्र से भी शरीर में प्रवेश कर रोग फैलाता है।

अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in