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उत्तराखंड के पहला व्यावसायिक महाविद्यालय में इसी सत्र से शुरू होंगी कक्षाएं

- नए सत्र से महाविद्यालयों को मिलेगी वाई-फाई की सुविधा - विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों पर शीघ्र होगी भर्ती देहरादून, 27 मई (हि.स.)। राज्य का पहला व्यवसायिक महाविद्यालय पैठाणी में इसी सत्र से प्रारंभ हो जाएगा। नए सत्र से सभी राजकीय महाविद्यालयों को वाई-फाई की सुविधा बहाल हो जाएगी। साथ ही राज्य के विश्वविद्यालयों में लम्बे समय से रिक्त पदों पर भी शीघ्र भर्ती की जाएगी। यह निर्णय आज दून विश्वविद्यालय स्थित रूसा कार्यालय में वर्चुअल माध्यम से उच्च शिक्षा विभागान्तर्गत राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, शासन के उच्चाधिकारियों एवं उच्च शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में लिए गये। बैठक में विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा के बाद उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत ने अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। इस उन्होंने कहा कि राज्य के पहले व्यावसायिक माॅडल महाविद्यालय, पैठाणी में इसी सत्र से कक्षाएं शुरू की जाएंगी। उन्होंने सभी महाविद्यालयों में आगामी सत्र से वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालयों में 4जी कनैक्टिविटी, डीजी लॉकर की स्थापना, ई-ग्रन्थालय की वर्तमान स्थिति, रिक्त पदों के सापेक्ष भर्ती, वार्षिक एवं सेमेस्टर परीक्षाओं का आयोजन, राजकीय महाविद्यालयों में रोजगारपरक पाठ्यक्रम का संचालन, महाविद्यालयों का उच्चीकरण, नमामि गंगे कार्यक्रम की स्थिति, महाविद्यालयों में कम्प्यूटर लैब की स्थापना सहित विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। उन्होंने राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में राज्य सेक्टर तथा रूसा के तहत निर्माणाधीन कार्याें को नियत समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। राज्य में प्रस्तावित आईसर संस्थान की स्थापना के लिए केन्द्र को प्रस्ताव भेजने तथा महिला विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए आवश्यक कार्यवाही के भी निर्देश दिए। उन्होंनेे बताया कि राज्य के शासकीय महाविद्यालयों में प्राचार्य के 50 प्रतिशत पदों को सीधी भर्ती द्वारा भरे जाने के लिए निदेशालय स्तर से प्रस्ताव आमंत्रित कर आगामी कैबिनेट बैठक में रखने पर भी सहमति बन गई। समीक्षा बैठक में उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीपी ध्यानी, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. एनएस भण्डारी, कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एनके जोशी, दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.सुरेखा डंगवाल ने अपने-अपने संस्थानों की कार्य प्रगति बताते हुए शासन स्तर पर लम्बित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने की मांग रखी। अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्द्धन ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को आश्वस्त किया कि शासन स्तर पर लम्बित उनके प्रकरणों का निस्तारण शीघ्र किया जाएगा। उन्होंने निदेशक उच्च शिक्षा को निदेशालय स्तर पर लम्बित सभी प्रकरणों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रभारी सचिव उच्च शिक्षा दीपेन्द्र चौधरी, निदेशक उच्च शिक्षा डाॅ. कुमकुम रौतेला सहित अन्य विभागीय अधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश

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