तत्कालीन सरकार की गलती को तीन साल में सुधार नहीं पाई भाजपा सरकार : हरीश रावत
तत्कालीन सरकार की गलती को तीन साल में सुधार नहीं पाई भाजपा सरकार : हरीश रावत

तत्कालीन सरकार की गलती को तीन साल में सुधार नहीं पाई भाजपा सरकार : हरीश रावत

देहरादून,16 जुलाई (हि.स.)। कांग्रेस महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गंगा पर अपनी सरकार के समय जारी शासनादेश को लेकर त्रिवेंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने सरकार को याद दिलाया कि तीन साल में भाजपा सरकार को पिछली सरकार की गलती में सुधार कर लेना चाहिए था। गुरुवार को हरेला पूजन के बाद हरीश रावत ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जारी शासनादेश काे भाजपा सरकार तीन साल में सुधार नहीं सकी है। ऐसे में भाजपा को दूसरे के गलतियों को सुधार कर अपना प्रायश्चित कर लेना चाहिए। हमे तो एक साल का ही मौका मिला।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने माना है कि हरीश रावत ने प्रायश्चित किया है तो मैं मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री कब प्रायश्चित दूर कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि दिसंबर 2016 में शासनादेश जारी किया था और मेरी सरकार कुछ ही दिनों के बाद ही चली गई थी। लेकिन यह सरकार तो तीन साल से है। निरंतर यह मांग उठ रही है कि इस शासनादेश को निरस्त किया जाए तो अब मुख्यमंत्री कब तक प्रायश्चित करना चाह रहे है। हरीश रावत ने कहा कि उनके ढोलची भगत बिल्डर को लाभ पहुंचाने की बात करते है। अब तीन साल में किसको लाभ मिला है। यानी यह सरकार बिल्डर के लिए कानून को अभी कायम कर रखा है। उल्लेखनीय है कि हरीश रावत ने अपनी सरकार में हर की पैड़ी से बहने वाली गंगा की धारा को नहर घोषित किया था। अपनी सरकार की इस गलती को मानते हुए कुछ दिन पूर्व गंगा मइया से माफी मांगी थी। रावत के माफी मांगने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा था कि हरीश रावत पहले अपनी सरकार में काम बिगाड़ते हैं और फिर बाद में माफी मांगते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश-hindusthansamachar.in

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