निशंक ने ली विकास कार्यों की समीक्षा बैठक
हरिद्वार, 23 जुलाई (हि.स.)। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक ने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से करते हुए सभी संबंधित विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जिलाधिकारी सी रविशंकर के नेतृत्व में कोविड महामारी का मुकाबला करने के लिए हो रहे प्रयासों की सराहना की लेकिन कई विकास कार्यों का परिणाम समय से नहीं आने पर असंतोष व्यक्त किया। औद्योगिक इकाइयों में कोरोना मामलों को लेकर उन्होंने कोरोना नियंत्रण के लिए न केवल शासन प्रशासन बल्कि सभी की सामूहिक जिम्मेदारी बताते हुए इसमे स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने की भी बात कही। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आत्म निर्भर भारत अभियान से आच्छादित होने पर कोरोना संकट काल में आर्थिक विषमता से जूझने वालों के लिए विकास की योजना है, इसलिए सभी इस योजना से हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए पैकेज का किसानों, श्रम, आयुष, स्वास्थ्य के क्षेत्र में उपयोग करें। आत्म निभर भारत योजना से आखिरी पंक्ति के व्यक्ति तक लाभ पहुंचन चाहिए। डॉ निशंक ने पिछली बैठकों में दिये गये निर्देशों के अनुपालन की जानकारी भी प्राप्त की। स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पदों, रोशनाबाद में 200 बेड का अस्पताल, भूपतवाला में 20 बेड अस्पताल तथा चिकित्सकों के रिक्त पदों पर हुई भर्ती के अनुपालन की जानकारी ली। सीएमओ एस के झा ने बताया कि 35 डॉक्टर जिले कोे मिले है कुछ और मिलने की कार्रवाई गतिमान है। निशंक ने जिले में चिकित्सकों व विशेषज्ञों की कमी को सरकारी चिकित्सकों के पद पूरे भरे जाने तक प्राइवेट डाॅक्टर को लेकर एक माॅडल तैयार करने की बात कही। उन्होंने कहा कि निजि चिकित्सकों से रोस्टरवार सरकारी अस्पतालों को अपना समय अनिवार्य रूप से देने के लिए वार्ता करें। उन्होंने प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों स्थिति से भी समय-समय पर अवगत कराने के निर्देश दिये। हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण सचिव हरबीर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में 10,000 आवास का लक्ष्य रखा गया है। 528 से योजना शुरू कर रहे हैं। इस संबंध में 1258 आवास का प्रस्ताव रूड़की से आये है। निशंक ने आवास योजना के कार्यो में तेजी लाने के लिए पृथक से मीटिंग करते हुए प्राप्त लक्ष्य से अवगत कराने के निर्देश दिये। नमामि गंगे परियोजना में सीवेज सुविधा की भी समीक्षा की। उन्होंने एनएचएआई, एनएच-72, एनएच-58 देहरादून-हरिद्वार, के कार्यो की गति पर नाराजगी जतायी और देरी का कारण भी अधिकारियों से पूछा। पेयजल निगम की समीक्षा में अधिशासी अभियंता पेयजल ने बताया कि नई योजना के तहत सरकार ने जल जीवन मिशन विभाग को दिया है। वर्तमान में 54 हजार घरों को टोंटी से जल उपलब्ध कराया जाने पर कार्य हो रहा है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की नितांत आवश्यकता है, लेकिन हाईकोर्ट में मामला विचाराधीन होने के कारण भर्ती नहीं हो पा रही है।। डॉ निशंक ने संस्कृत विद्यालयों में भी शिक्षकों की नियुक्ति करने की बात कही। उन्होंने गैंडाखाता विज्ञान भवन तथा जमालपुरकलां बालिका विद्यालय के उच्चीकरण की जानकारी भी ली। उन्होने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, समाज कल्याण की पेंशन आदि योजनाओं की भी समीक्षा की। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत-hindusthansamachar.in