विद्यार्थी के परीक्षा से ज्यादा उसकी रचनात्मकता महत्वपूर्ण : सौरभ प्रताप सिंह
विद्यार्थी के परीक्षा से ज्यादा उसकी रचनात्मकता महत्वपूर्ण : सौरभ प्रताप सिंह

विद्यार्थी के परीक्षा से ज्यादा उसकी रचनात्मकता महत्वपूर्ण : सौरभ प्रताप सिंह

प्रयागराज, 17 अक्टूबर (हि.स)। विद्यार्थी द्वारा परीक्षा में प्राप्त नंबर से ज्यादा उसका रचनात्मक होना ज्यादा महत्वपूर्ण है। उसी प्रकार शिक्षक को यह प्रयास करना चाहिए कि विद्यार्थी स्वयं से सवालों के जवाब देने की प्रवृत्ति विकसित करें। उक्त बातें मुख्य वक्ता भारतीय रिजर्व बैंक के असिस्टेंट जनरल मैनेजर एवं हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोध वैज्ञानिक सौरभ प्रताप सिंह ने विद्या भारती काशी प्रांत के 'माई नेप' अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर शनिवार को ऑनलाइन व्याख्यान में कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा रटाने की जगह चिंतन करने वाली होनी चाहिए। जिससे विद्यार्थी के अंदर सवाल पूछने और प्रयोग करके सीखने की प्रवृत्ति का विकास हो। माई नेप के प्रांत संयोजक डॉ. प्रेम प्रकाश सिंह ने सभी प्रतिभागियों एवं वक्ता का स्वागत करते हुए बताया कि अगला व्याख्यान मंगलवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय की डॉ. मंजू सिंह का होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता ज्वाला देवी इंटर कॉलेज गंगापुरी के प्रधानाचार्य डॉ. विक्रम सिंह ने किया। व्याख्यान के समन्वयक डॉ. प्रशांत ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. उमेश प्रताप सिंह, डॉ. अनिल कुमार सिंह, सह संयोजक डॉ. विनम्र सेन, डॉ. प्रचेतस एवं काशी प्रांत के सभी जिलों के विद्यालयों के प्रधानाचार्य, विद्यार्थी, विद्या भारती के पदाधिकारियों ने भाग लिया। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in

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