प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान गर्भवती महिलाओं के लिए है वरदान : स्वास्थ्य मंत्री
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान गर्भवती महिलाओं के लिए है वरदान : स्वास्थ्य मंत्री

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान गर्भवती महिलाओं के लिए है वरदान : स्वास्थ्य मंत्री

- प्रत्येक माह की नौ तारीख को आयोजित होगा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस - आपदा से न घबराएं, प्रसव पूर्व जांच व टीकाकरण के लिए आगे आयें कानपुर, 08 नवम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री के प्रयासों से कोविड के समय बिगड़े हालात अब धीरे-धीरे पटरी पर आ रहे हैं। इन्ही प्रयासों में एक है प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए)। इस अभियान को हर माह की नौ तारीख को दिवस के रुप में मनाया जाएगा। अब हर गर्भवती इस दिवस पर आकर प्रसव पूर्व की सम्पूर्ण जांच करा सकती हैं और यह अभियान गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित होगा। यह बातें रविवार को प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने वीडियो कॉंफ्रेसिंग के जरिये कही। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके सिंह ने बताया कि अभी परिस्थितिवश लोग अस्पताल आने में डर रहे है। मुख्यतः गर्भवती महिला प्रसव के लिए केन्द्रों पर आ रही हैं लेकिन जांच के लिए नहीं। जबकि गर्भावस्था व प्रसव के समय होने वाले खतरों से मातृ एवं शिशु को बचाने के लिए प्रसव पूर्व जांच बहुत जरूरी है। उन्हांने बताया प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने वीडियो कॉंफ्रेसिंग के माध्यम से खुद सभी से अनुरोध करते हुये कहा है कि कोरोना संक्रमण बाधा है, परंतु सतर्कता के साथ गर्भवती मां को ख़ास होने का एहसास दिलाते हुए प्रत्येक नौ तारीख़ को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्रदान करने के लिए उन्हें निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में लायें और निःशुल्क जांचों और सेवाओं का अवसर ना गंवायें। साथ ही आशाओं को ज़िम्मेदारी दी गयी है कि वह अपने क्षेत्र की सभी गर्भवती महिलाओं को इस दिवस पर केंद्र पर लाकर जांच जरूर करवाएं। उन्होंने कहा कि गर्भवती आपदा से न घबराएँ और केन्द्रों पर टीकाकरण और जांच के लिए जरुर आयें। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला समुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक योगेंद्र पाल का कहना है कि त्योहारों का समय है और महामारी का दौर भी, अतः पूरी सर्तकता के साथ प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को भी त्योहार की तरह मनायें। जनपद को कल कम से कम 3500 गर्भवती महिलाओं को जांच कराने का लक्ष्य दिया गया है, और यह सभी की भागीदारी से संभव हो पाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/मोहित-hindusthansamachar.in

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