प्रधानमंत्री के योजनाओें के केन्द्र में अन्नदाता, 06 गुना बजट किसानी के लिए बढ़ाः आशुतोष टंडन
प्रधानमंत्री के योजनाओें के केन्द्र में अन्नदाता, 06 गुना बजट किसानी के लिए बढ़ाः आशुतोष टंडन

प्रधानमंत्री के योजनाओें के केन्द्र में अन्नदाता, 06 गुना बजट किसानी के लिए बढ़ाः आशुतोष टंडन

वाराणसी में किसान सम्मान निधि से 2 लाख 21 हजार 710 किसानों के खातों में आया किश्त वाराणसी, 25 दिसम्बर (हि.स.)। ’पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई का जन्म दिवस शुक्रवार को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया’। जन्मदिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि की नई किस्त देशभर के 09 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपया हस्तांतरित कर दिया। इसमें वाराणसी के 2 लाख 21 हजार 710 किसानों के खातों में सीधे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की धनराशि पहुंची’। वाराणसी में अब तक 2 लाख 45 हजार किसानों को 239.12 करोड़ रुपए धनराशि का भुगतान हो चुका है। जगतपुर इंटर कॉलेज रोहनिया परिसर में आयोजित ’किसान संवाद कार्यक्रम’ में प्रदेश के नगर विकास एवं वाराणसी जनपद के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन शामिल हुए। प्रभारी मंत्री ने किसानों के साथ बैठकर प्रधानमंत्री का पूरा कार्यक्रम देखा। इस दौरान प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 से सत्ता में आने के बाद से ही योजनाओं का केंद्र अन्नदाता किसान को बनाया । पूरे देश का कृषि बजट 134000 करोड़ रुपए बनाया गया है। जो मोदी सरकार से पूर्व के बजट से 6 गुना से भी अधिक है। पूरे देश में कैसे किसान हित हो, किसान का भला हो, ऐसे कार्य हो रहे हैं। इसके लिए एमएसपी बढ़ाकर किसान की आय बढ़ाई गई। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड की शुरुआत स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में वर्ष 1998 में हुई थी। वर्ष 2020 में अभियान चलाकर करोड़ों किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड मिला था। अब पशु पालक व मत्स्य पालकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड दिया जा रहा है। प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार ने किसान हित में उल्लेखनीय निर्णय लिए हैं। वर्ष 2017 में योगी सरकार बनाने के बाद कैबिनेट के पहले एजेंडा में किसानों का एक लाख रुपए तक ऋण माफ को मंजूरी दी गई। जिसमें प्रदेश में 86 लाख लघु सीमांत कृषकों का 36000 करोड़ रुपए का ऋण माफ हुआ। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार से पहले खाद की किल्लत रहती थी। प्रधानमंत्री मोदी के एक निर्णय से नीम कोटेड यूरिया से इसकी कालाबाजारी बंद हुई और किसानों को सुगमता से उपलब्ध होने लगी। प्रदेश में गेहूं, धान की खरीद सुचारू वह व्यापक स्तर पर होने लगी। मंत्री ने जोर देकर कहा कि योगी सरकार से पूर्व प्रदेश में 10 लाख मैट्रिक टन गेहूं खरीदा जाता था। वर्तमान सरकार के आते ही पहले वर्ष में 46 लाख मैट्रिक टन व दूसरे साल 52 लाख मैट्रिक टन गेहूं खरीदा गया और इसका पैसा सीधे किसानों के खाते में भेजा गया। धान में भी रिकॉर्ड खरीद हुई। प्रदेश के गन्ना किसानों को 12000 करोड़ रुपए जो योगी सरकार से पूर्व का बकाया था उसे भुगतान किया गया। इस अवसर पर मंत्री आशुतोष टंडन ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के प्रमाण पत्र हस्तगत किए। जिसे पाकर किसानों के चेहरे खिल उठे। कार्यक्रम में रोहनिया विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के अलावा बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर-hindusthansamachar.in

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