दुर्गापूजा: ​प्रशासनिक अधिकारियों ने बड़ी दुर्गा माता प्रतिमा रथ यात्रा विसर्जन का किया शुभारम्भ
दुर्गापूजा: ​प्रशासनिक अधिकारियों ने बड़ी दुर्गा माता प्रतिमा रथ यात्रा विसर्जन का किया शुभारम्भ

दुर्गापूजा: ​प्रशासनिक अधिकारियों ने बड़ी दुर्गा माता प्रतिमा रथ यात्रा विसर्जन का किया शुभारम्भ

सुलतानपुर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। जनपद की ऐतिहासिक दुर्गा पूजा विसर्जन यात्रा का शुभारंभ शनिवार को बड़ी दुर्गा माता की शोभा यात्रा को जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने पूजा अर्चना के बाद रथ की रस्सी खींच कर किया। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता व पुलिस अधीक्षक शिवहरी मीना ने जिले के ऐतिहासिक दुर्गा पूजा महोत्सव के अन्तिम दिवस पर आज चौक घण्टा घर से बड़ी दुर्गा प्रतिमा की आरती कराने के पश्चात दुर्गा प्रतिमा रथ यात्रा का रस्सी से खींचकर शुभारम्भ किया। इस दौरान केन्द्रीय दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारियों ने दोनों अधिकारियों को पारम्परिक पगड़ी बांधकर व अध्यक्ष नगर पालिका परिषद सुलतानपुर बबिता जायसवाल को चुनरी ओढ़ाकर सम्मान किया। इसके बाद समिति पदाधिकारियों द्वारा दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराये जाने का संकल्प भी लिया गया। चौक घण्टा घर दुर्गा प्रतिमा रथ यात्रा का शुभारम्भ करने के पश्चात डीएम व एसपी द्वारा सीताकुण्ड घाट स्थित दुर्गा प्रतिमा विसर्जित स्थल का निरीक्षण करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए एक प्रतिमा के साथ चार ही व्यक्ति मात्र को अनुमति है तथा मास्क लगाया जाना अनिवार्य है। इस पर सभी अधिकारी कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करायेंगे। पांच नाव विर्सजन के लिए लगी,पुलिस भी तैनात श्री गुप्ता ने गोमती तट स्थित सीताकुण्ड घाट पर आने वाली प्रतिमाओं के साथ श्रद्धालुओं को मास्क भी वितरित किया। उन्होंने कहा कि दुर्गा प्रतिमा रथ यात्रा एवं विसर्जन सकुशल सम्पन्न कराये जाने के लिये अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गयी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गोमती नदी में पांच नाव की व्यवस्था की गयी है, जिस पर पुलिस कर्मी व गोताखोर लगाये गये हैं, जो आपात स्थितियों में सहयोग करेंगे। जिले की ऐतिहासिक दुर्गा पूजा है। उल्लेखनीय है कि पूरे देश में माता दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन दशमी को हो जाता है, वहीं पर इस जिले में विसर्जन ठीक पांच दिन बाद बाद पूर्णिमा को होता है। इस बार कोरोना वायरस के कारण कहीं कोई विशेष इंतजाम तो नहीं किए हैं फिर भी नगर के कई घरों, दुकानों में माता का दरबार सजा है, जिसकी संख्या लगभग सौ है। हिन्दुस्थान समाचार/दयाशंकर/संजय-hindusthansamachar.in

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