दर्द-ए-लाल इमली : वेतन की आस लिए दुनिया से अलविदा हो गया सेफ्टी अफसर, नाराज कर्मियों ने लगाया जाम
दर्द-ए-लाल इमली : वेतन की आस लिए दुनिया से अलविदा हो गया सेफ्टी अफसर, नाराज कर्मियों ने लगाया जाम

दर्द-ए-लाल इमली : वेतन की आस लिए दुनिया से अलविदा हो गया सेफ्टी अफसर, नाराज कर्मियों ने लगाया जाम

-लाल इमली के कर्मचारियों को नहीं मिला 28 माह से वेतन -जाम लगाए कर्मियों को समझाने में जुटी पुलिस कानपुर, 04 दिसम्बर (हि.स.)। जनपद की लाल इमली मिल में 28 माह से वेतन का भुगतान न करने व तबादले के सदमे से सेफ्टी अफसर की मौत हो गई। इस बात से नाराज मिल कर्मचारियों ने शुक्रवार को लाल इमली चौराहा के बीच शव रखकर जाम लगा दिया। मिल प्रबंधन के खिलाफ कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरु कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस, कर्मचारियों को समझाने का प्रयास कर रही है। काकादेव निवासी अनूप सिंह यादव (52) लाल इमली मिल में सेफ्टी अफसर थे। परिवार में उनके पिता अमर सिंह, पत्नी नीलम, बेटा अखंड प्रताप व बेटी अपूर्व सिंह हैं। सेफ्टी अफसर का दो दिन पूर्व प्रबंधन द्वारा मिल में ही अन्य यूनिट (डिपार्टमेंट) में तबादला करते हुए अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई थी। जबकि मिल में 28 माह से किसी को वेतन नहीं दिया जा रहा। वेतन न मिलने व लगातार अतिरिक्त जिम्मेदारी देकर उत्पीड़न भरा रवैया प्रबंधन अपना रहा था। जबकि वेतन न मिलने से लगातार अनूप अन्य कर्मचारियों की तरह बच्चों की शिक्षा सहित अन्य खर्चों के बोझ से दबते चले जा रहे थे। इसी के चलते वह सदमे में आ गए और रोजना की तरह काम पर जाने के दौरान गुरुवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद परिजन उन्हेंं अस्पताल ले गए और उनका निधन हो गया। मिल कर्मचारी की मौत की जानकारी पर कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों, सैकड़ों कर्मचारी समेत मृतक के परिवारीजन शुक्रवार को शव लेकर मिल चौराहे पर पहुंचे। उन्होंने सड़क पर शव रखकर मिल प्रबंधन के खिलाफ 28 माह से वेतन दिए जाने और तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हुए कर्मचारियों को उत्पीड़न खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। प्रदर्शन के चलते चुन्नीगंज से परेड चौराहा की मुख्य सड़क पर जाम लग गया। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी राजू ठाकुर व अजय सिंह ने बताया कि प्रबंधन के अड़ियल रवैये के चलते 28 माह से मिल में कार्यरत कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल सका है। इससे कर्मचारियों के परिवार व बच्चों की शिक्षा बाधित हो गई है। इसी उत्पीड़न के चलते ही सेफ्टी अफसर अनूप सिंह की तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हुई है। इससे पूर्व में प्रबंधन की कारगुजारियों के चलते ही 15 दिनों में दो कर्मचारियों की भी जान जा चुकी है। बताया कि मिल के 400 से ज्यादा कर्मचारियों को 28 माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में कर्मियों के सामने परिवार की अजीविका चलाने का संकट खड़ा हो गया है। इसके बावजूद मिल प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के हित में हाथ नहीं बढ़ाया जा रहा है। प्रदर्शन की सूचना पर पहुंचे कर्नलगंज थाना प्रभारी देवेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि लाल इमली मिल में कार्यरत एक सेफ्टी अफसर की मौत हुई है। इससे नाराज कर्मचारियों ने चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन किया जा रहा है। मिल प्रबंधन से बातचीत का प्रयास करते हुए प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों से यातायात बहाल रखते हुए समझाया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/मोहित/दीपक-hindusthansamachar.in

Raftaar | रफ्तार
raftaar.in