कार्तिक प्रतिपदा पर विंध्यवासिनी के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु
कार्तिक प्रतिपदा पर विंध्यवासिनी के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

कार्तिक प्रतिपदा पर विंध्यवासिनी के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

मीरजापुर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। कोरोना संकट काल में धीरे-धीरे श्रद्धालुओं संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। धार्मिक मंदिरों में श्रद्धालु दर्शन-पूजन करने उमड़ रहे हैं। विश्व प्रसिद्ध आदिशक्ति जगत जननी मां विंध्यवासिनी माता के दरबार में नवरात्र मेले समाप्त के बाद भी आस्थावानों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इसका नजारा कार्तिक प्रतिपदा पर देखने को मिला। कार्तिक माह के प्रतिपदा पर शनिवार को मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। हजारों भक्तों ने मां विंध्यवासिनी माता के दरबार में शीश नवाया। तरह-तरह के फूलों एवं रत्नजडित आभुषणों से मां के मनोहारी स्वरूप की एक झलक देखकर भक्तों ने शीश झुकाया और परिवार की मंगल कामना की। मंगला आरती के बाद से मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करने का सिलसिला शुरू हुआ जो देर रात तक चलता रहा। विंध्य धाम के समस्त गंगा घाटों पक्का घाट, दीवान घाट, अखाड़ा घाट स्नानार्थियों से पटा रहा। भोर से लेकर सायंकाल तक घाटों पर गंगा स्नान करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। व्रती महिलाओं ने गंगा स्नान करने के बाद मां के दर्शन के लिए घंटों कतारबद्ध खड़े होकर अपने बारी का इंतजार करती रहीे। श्रद्धालु लगातार मां का जयकारा लगाते रहे। किसी ने गर्भ गृह से तो किसी ने झांकी से मां का दर्शन किया। भक्तों ने मंदिर परिसर में विराजमान समस्त देवी देवता का दर्शन पूजन कर हवन कुंड में आहुति दी। वहीं विंध्य धाम में भक्तों को मास्क एवं सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनिंग व शारीरिक दूरी का पालन करते हुए दर्शन-पूजन कराया गया। विंध्य धाम की सातों गलियां पक्का घाट गली, रत्नाकर की गली, पुरानी वीआईपी, नई वीआईपी, बच्चा पाठक की गली एवं कोतवाली गली श्रद्धालुओं से पटी रही। अष्टभुजा पहाड़ पर स्थित मां काली, अष्टभुजा पहाड़ पर स्थित मां अष्टभुजी देवी एवं रामगया स्थित मां तारा देवी का दर्शन पूजन कर भक्तों ने त्रिकोण परिक्रमा की। अष्टभुजा पहाड़ एवं काली खोह पहाड़ पर आंवला के पेड़ के नीचे खाना बनाकर पूजा की और प्रसाद ग्रहण किया। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस एवं श्रीविन्ध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी मंत्री भानु पाठक एवं पदाधिकारी श्रदालुओं की सेवा में डटे रहे। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/दीपक-hindusthansamachar.in

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