आयुष्मान के कार्ड एक्टिवेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग एक्टिव, 5 हजार कार्ड भी एक्टिवेट
आयुष्मान के कार्ड एक्टिवेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग एक्टिव, 5 हजार कार्ड भी एक्टिवेट

आयुष्मान के कार्ड एक्टिवेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग एक्टिव, 5 हजार कार्ड भी एक्टिवेट

- योजना से वंचित लाभार्थियों के गांवों में कैंप लगाकर कार्ड बनाने भी शुरू - नौ दिनों के अंदर अभी तक पांच हजार लाभार्थियों के बनाये गये कार्ड हमीरपुर, 23 दिसम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के लाभार्थियों के कार्ड एक्टिवेशन को लेकर 15 दिसंबर से शुरू हुए अभियान ने रफ्तार पकड़ ली है। एक सप्ताह के अंदर स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने जनपद के सर्वाधिक कार्ड एक्टिवेशन से वंचित गांवों में कैंप लगाकर अब तक दो हजार के आसपास परिवारों के पांच हजार लाभार्थियों के कार्ड एक्टिवेट कर दिए हैं। इस काम में सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) के साथ ही कोटेदारों से भी मदद ली जा रही है। जबकि आयुष्मान मित्र, एएनएम, आशा कार्यकर्ता के साथ गांवों में साजोसामान के साथ पहुंचकर कैंप लगाकर लाभार्थियों के कार्ड एक्टिवेट करने में लगे हैं। जनपद में आयुष्मान योजना से 40656 परिवार वंचित चल रहे थे। जिसकी वजह से स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल में इन परिवारों की इंट्री नहीं है। इस योजना में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जनपद के 86167 ऐसे परिवारों को चयनित किया गया था, जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे थे। इन परिवारों में कुल सदस्यों की संख्या 4.31 लाख है। योजना के तहत एक परिवार को बीमारी हालत में इलाज के लिए पांच लाख रुपए का सुरक्षा कवच प्रदान करना था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके सचान ने बुधवार को बताया कि वंचित परिवारों के कार्ड एक्टिवेशन को लेकर 15 दिसंबर से स्वास्थ्य विभाग की टीमें कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए गांव-गांव कैंप लगाकर कार्डधारकों के कार्ड एक्टिवेट करने में लगी हुई है। 22 दिसंबर तक टीमों ने 1972 परिवारों तक पहुंचकर 4750 लाभार्थियों के कार्ड एक्टिवेट किए हैं। इस काम में सीएचसी सेंटर के साथ ही गांव के कोटेदार से मदद ली जा रही है। यह शासन की प्राथमिकता वाला कार्य है, इसमें किसी भी किस्म की लापरवाही .या ढिलाई करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई तय है। कोरोना काल में संजीवनी बनी आयुष्मान योजना सीएमओ डॉ.सचान ने बताया कि कोविड-19 महामारी के बीच योजना गरीबों के लिए फायदेमंद साबित हुई। अप्रैल से लेकर दिसंबर माह की 20 तारीख तक कुल 489 मरीजों ने योजना का लाभ लेते हुए अपना उपचार कराया है। अप्रैल माह में 8, मई में 14, जून में 38, जुलाई में 41, अगस्त में 44, सितंबर में 51, अक्टूबर में 104, नवंबर में 119 और दिसंबर में अब तक 70 मरीज इस योजना से इलाज करा चुके हैं। 1715 को मिला इलाज, 1.59 करोड़ का भुगतान आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी/एसीएमओ डॉ.पीके सिंह ने बताया कि योजना सितंबर 2018 में लांच की गई थी। इस योजना को दो साल से ज्यादा हो गया है। इस अवधि में इस योजना से जनपद के 1715 कार्डधारकों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जाएगा। 1626 मरीजों के क्लेम का 2.11 करोड़ के बिल विभाग को मिले, जिसमें अब तक 1.59 करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है। शेष प्रोसेस में चल रहा है। ब्लाकवार तैयार हुई वंचित परिवारों की सूची योजना के डीआईएसएम (डिस्ट्रिक्ट इन्फार्मेशन सिस्टम मैनेजर) गौरव निगम ने बताया कि सुमेरपुर ब्लाक के इंगोहटा में 594, टेढ़ा में 448, चंदपुरवा में 402, कुम्हऊपुर में 390, कुरारा ब्लाक के बेरी में 342, झलोखर में 238, मौदहा ब्लाक के अरतरा में 435, खंडेह में 290, छिमौली में 295, परछछ में 379, मुस्करा ब्लाक के गहरौली में 532, बिवांर में 466, मुस्करा में 415, सरीला ब्लाक के भेड़ी डांडा में 460 परिवारों के किसी भी सदस्य का कार्ड एक्टिवेट नहीं था। अब गांव-गांव कैंप लगाकर इन परिवारों के सदस्यों के कार्ड एक्टिवेट किए जा रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ पंकज/-hindusthansamachar.in

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