आगरा: डॉ. भीम राव आंबेडकर विश्वविद्यालय में घोर वित्तीय अनियमितताएं
आगरा: डॉ. भीम राव आंबेडकर विश्वविद्यालय में घोर वित्तीय अनियमितताएं

आगरा: डॉ. भीम राव आंबेडकर विश्वविद्यालय में घोर वित्तीय अनियमितताएं

-विश्वविद्यालय वेतन भोगियों की फंड राशि का किया हुआ है अलाभकारी निवेश आगरा, 07 दिसम्बर (हि.स.)| आगरा के मुख्य विश्वविद्यालय 'डा. भीम राव आंबेडकर विवि ' में चल रही भारी अनियमित्ताओं को लेकर सिविल सोसायटी ऑफ आगरा चिंतित है| इसको लेकर सोसायटी ने सोमवार को घटिया स्थित हरियाली वाटिका में पत्रकार वार्ता कर चिंता जाहिर की| इस दौरान सोसाइटी के सेक्रेटरी अनिल शर्मा ने बताया कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय सोसाइटी भारी अनियमितताओं में फंसा हुआ है| अब तो और मुद्दों के अलावा जानकारी में आया है कि विश्ववि़द्यालय के शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को प्रबंधन के वरिष्ठ पदासीनों की दायित्व के प्रति उदासीनता से भारी आर्थिक घाटा उठाना पड रहा है | इसकी भी जानकारी सेवा कर्मी को तब होती है जब उसका सेवा काल समाप्त हो जाता है तथा सेवा निवृत्ति लाभ लेने विवि के कार्यालयों के चक्कर लगाता है। वि वि प्रशासन ने, न जाने किन कारणों से कर्मचारियों और शिक्षकों के जनरल प्रोवीडैंट फंड (जी पी एफ) जमा करवाने को इलाहाबाद बैंक ( इंडियन बैंक )की पालीवाल पार्क स्थित शाखा में सेविग बैंक खाते खुलवा रखे हैं। इनमें कर्मचारियों वेतन से काटा जाने वाले जनरल प्रोवीडैंट फंड के भाग और सेवायोजक विभाग के रूप में वि वि के अंश योगदान की राशि जमा होती है। चूंकि खाते सेविग श्रेणी के हैं इस लिये इनमें जमा करवाये धन पर साधारण ब्याज ही बैंक देती है, जबकि कर्मचारियों के हित में सरकार की अपेक्षित व्यवस्था के अनुरूप फिक्स्ड डिपॉजिट या उन अन्य वैकल्पिक निवेश माध्यम अपनाने चाहिये थे जहां कर्मचारियों को अपने राशि पर अधिक ब्याज मिल सके। सब जानते हैं कि बैंके ब्याज दरे लगातार घट रही हैं जिसका सबसे ज्यदा असर सेविंग्स और फिक्स्ड डिपौजिट एकाऊंटो पर ही पड रहा है। एफ डी,म्यूचल फंड सरकारी योजनाओं के वांडो में निवेश करने पर मिलने वाली ब्याज दर की तुलना में फिक्स डिपाजिट की ब्याज में अंतर होता है। इस प्रकार विवि सेवा कर्मियों के हितों को हर महीने भारी आर्थिक क्षति पहुंच रही है। सिविल सोसायटी विवि के वीसी से मांग करती है कि वह सार्वजनिक करें कि कर्मचारियों के हितो को दर किनार कर जीपीएफ की राशि को कम लाभ की जगह निवेश के नाम पर क्यूँ जमा करवाया हुआ है और बताये कि विवि के वेतन भोगियों के आर्थिक हितो के विरूद्ध यह काम क्यों किया हुआ है। इस दौरान शिरोमणि सिंह, अनिल शर्मा, अधिवक्ता देवेन्द्र कुमार त्रिपाठी अन्य सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के सदस्य मौजूद रहे| हिंदुस्थान समाचार/ संजीव/मोहित-hindusthansamachar.in

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