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आध्यात्मिक विज्ञान है योग - कुलसचिव

प्रदेश के गांव-गांव तक ले जाएंगे योग प्रशिक्षण - कुलपति प्रयागराज, 13 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में सप्तम अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के अंतर्गत योग प्रशिक्षण पखवाड़े में आज विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अरुण कुमार गुप्ता ने व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि योग आध्यात्मिक विज्ञान है। इसके आधार पर हम न केवल स्वस्थ जीवन एवं समाज का विकास कर सकते हैं बल्कि धर्म, आस्था एवं नस्लों के नाम पर बंटे मानव एवं राष्ट्रों में प्रेम एवं सहिष्णुता का प्रसार कर सकते हैं। डॉ. गुप्ता ने बताया कि योग का तात्पर्य अपने अंदर निहित शक्तियों को विकसित करना और अपने अस्तित्व का प्रकृति एवं ब्रह्मांड से सामंजस्य स्थापित करना है। कहा कि यह एक आध्यात्मिक विज्ञान है जो हमें जीवन यापन की कला का बोध कराता है। उन्होंने कहा कि शिव को आदियोगी आदि गुरु माना जाता है। जिससे यह ज्ञान सप्तर्षियों को मिला। यह योग वैदिक काल में सामान्य जीवन का अंग बन गया। उपनिषदों, महाभारत और भगवतगीता में योग की विशद् चर्चा की गई है। वैदिक काल में सूर्य प्रमुख देवता थे। इसी से सूर्य नमस्कार की योग परम्परा का प्रारम्भ हुआ। इसके बाद महर्षि पतंजलि ने योग को क्रमबद्ध रूप प्रदान किया तथा यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा ध्यान, समाधि का विस्तृत वर्णन किया। तत्पश्चात शंकराचार्य, रामानुजाचार्य ने इसे गति प्रदान की। कुलसचिव ने कहा कि आधुनिक काल में रमन महर्षि, परमहंस योगानंद, स्वामी राम, श्रीअरविंदो, स्वामी विवेकानंद, ओशो, बीकेएस अयंगर, श्री श्री रविशंकर एवं स्वामी रामदेव ने योग परम्परा को आगे बढ़ाया है। इसी कारण संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने योग की महत्ता को प्रतिपादित करते हुए कहा कि आज हमें विश्वविद्यालय के प्रत्येक छात्र को योग में प्रशिक्षित करने का संकल्प लेना होगा। इसी संकल्पना को साकार करने के लिए विश्वविद्यालय ने 7 से 21 जून तक योग प्रशिक्षण पखवाड़े का आयोजन किया है। जिसमें योग विशेषज्ञों द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण का लाभ शिक्षार्थियों को मिल रहा है। कुलपति ने कहा कि हमें अपने योग प्रशिक्षण कार्यक्रमों को उत्तर प्रदेश के गांव-गांव तक पहुंचाना है। योग परामर्शदाता अमित सिंह ने योग की विभिन्न विधाओं के बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य वर्धक आसनों और प्राणायाम के बारे में बताया तथा धन्यवाद ज्ञापित किया। मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि 14 जून को देश के जाने-माने योग विशेषज्ञ एवं मास्टर ट्रेनर योगेंद्र सिंह योगी विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों को योग की महत्वपूर्ण विधा कर्मयोग के बारे में ऑनलाइन प्रशिक्षण देंगे। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त

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