UP News: काशी विश्वनाथ में माथे पर तिलक, गले में रुद्राक्ष, भगवा-गेरुआ धारण कर तैनात होगी यूपी पुलिस
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव के गर्भगृह में भक्तों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। ऐसे में यूपी पुलिस मे भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा-व्यवस्था बरकरार रखने के लिए पुलिस ने स्वंय माथे पर तिलक, गले में रुद्राक्ष और भगवा- गेरुआ कपड़े धारण किए हुए हैं।
पुलिस ने अपनाया नया तरीका
काशी विश्वनाथधाम में भक्तों की भीड़ को देखते हुए गर्भगृह में ब्राह्मणों के रुप में पुलिस की तैनाती होगी। ताकि श्रद्धालुओं में धक्का-मुक्की न हो। पुलिस और मंदिर कमिटी को लोगों के दुर्व्यवहार की शिकायतें मिल रही थीं। ब्राह्मणों के वेश में श्रद्धालु बात को सुनते हैं।इसके बाद पुलिस प्रशासन ने पुलिस बलों को अनोखे तरीके से तैनात करने का फैसला लिया।
पुलिसकर्मियों को 3 दिन की मिली ट्रेनिंग
जिला कमिश्रनर मोहित अग्रवाल ने कहा कि श्रद्धालु पुजारियों की बात आमतौैर पर मान लेते हैं। दूसरी बात पुजारियों के भेष में पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं को गाइड भी करेंगे कि उनको बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए कहां पर ध्यानकेंद्रित करना है क्योंकि भीड़ के समय श्रद्धालु मंदिर की चकाचौंध में रास्ता भटक जाते हैं। तैनात पुलिसकर्मियों को 3 दिन की पुलिस ट्रेनिंग भी दी गई है। ताकि पुलिसकर्मियों का आचरण और व्यवहार लोगों से विनम्र रहे।
मोक्ष का शहर काशी विश्वनाथ
काशी विश्वनाथ मंदिर में हर साल करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। हिंदू धर्म में काशी विश्वनाथ का बेहद महत्वपूर्ण स्थान है। काशी को दुनिया का सबसे पुराना शहर कहा जाता है। यहां भगवान शिव स्वंय विराजमान हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, मरने के बाद जिसे काशी में मोक्ष प्राप्त होता है। उसकी आत्मा तृप्त हो जाती है। भगवान शिव की भक्ति और अराधना के लिए यहां हर साल करोड़ों लोग आते हैं। हजारों वर्षों से यहां श्रद्धालुओं की तांता लगा हुआ है। शिवनगरी काशी विश्वनाथ में जो आए वो कभी खाली हाथ नहीं लौटता।
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