काशी विश्वनाथ मंदिर में विदेशी श्रद्धालुओं के लिए अलग गेट से प्रवेश देने की मांग

धर्म नगरी काशी में घरेलू पर्यटन को उड़ान देने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयासरत है।
काशी विश्वनाथ मंदिर में विदेशी श्रद्धालुओं के लिए अलग गेट से प्रवेश देने की मांग

वाराणसी,एजेंसी । धर्म नगरी काशी में घरेलू पर्यटन को उड़ान देने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयासरत है। दो दिवसीय दौरे पर यहां आए केंद्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने शुक्रवार देर शाम तक सर्किट हाउस में होटल उद्यम और ट्रैवेल्स एजेंट (पर्यटक स्टेकहोल्डर) के साथ बैठक कर शहर में अबतक पर्यटन की दृष्टि से किए गए परियोजनाओं की जानकारी ली। इस दौरान मांग उठायी गई कि बाबा विश्वनाथ मंदिर में विदेशी श्रद्धालुओं के लिए अलग गेट से प्रवेश दिया जाना चाहिए।

डीएम एस. राजलिंगम ने चल रही विभिन्न परियोजनाओं के निर्माण कार्य का प्रजेंटेशन दिया। जिलाधिकारी ने लाइट एंड साउंड शो, बुद्धा थीम पार्क, सारंगनाथ तालाब, गुरुधाम में अष्टकोणीय मंदिर का जीर्णोद्धार, राजघाट में पार्किंग और सुलभ शौचालय, पंचकोसी परिक्रमा के अंतर्गत रामेश्वर मंदिर में किए गए निर्माण कार्य की जानकारी दी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने होटल एवं ट्रैवेल्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से संवाद कर वाराणसी के विकास के लिए सुझाव मांगे। इस पर पदाधिकारियों ने सुबह 4 से 6 बजे तक की बजाय 8 बजे तक टूरिज्म बसों को गंगा तट तक जाने के लिए परमिट दिए जाने का अनुरोध किया। इस पर केंद्रीय राज्यमंत्री ने एसीपी ट्रैफिक और जिलाधिकारी को ट्रेवल्स एसोसिएशन के साथ बैठक कर इस पर सहमति बनाने का निर्देश दिया।

इसी क्रम में बाबा विश्वनाथ मंदिर में विदेशियों के लिए अलग गेट से एंट्री का मुद्दा उठाया गया। इस पर जिलाधिकारी ने बताया कि मंदिर एक हाई रिस्क जोन है, फिर भी उसका समाधान निकाला जाएगा। बैठक में भारत माता मंदिर में टॉयलेट, चौराहों पर भीख मांगने वालों की भीड़ को रोकने, सुगम यातायात का मामला भी उठाया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि यातायात को लेकर एलिवेटेड हाई-वे एवं कई फ्लाईओवर के निर्माण पर मंथन चल रहा है। इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं के पूर्ण हो जाने पर यह मुद्दा पूरी तरह सुलझ जाएगा। बैठक में पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक अमित गुप्ता ने केंद्रीय राज्यमंत्री भट्ट, पूर्व मेयर रामगोपाल मोहले और जिलाधिकारी राजलिंगम को बुके देकर सम्मानित किया।

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