नहीं मनाया गया उर्स ख्वाजा, बंदा नवाज की हुई मुख्तसर फातिमा

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औरैया, 24 अप्रैल (हि.स.)। प्रसिद्ध खानकाह आस्ताना आलिया समदिया मिस्बाहिया फफूंद शरीफ में हर साल 11 रमजान को होने वाला हजरत ख़्वाजा बंदा नवाज सैयद शाह मिस्बाहुल हसन चिश्ती का सालाना उर्स इस साल भी देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना महामारी संक्रमण व लॉक डॉन के चलते रद्द कर दिया गया। हर साल 11 रमजान को धूमधाम से मनाये जाने वाले इस सालाना उर्स में आसपास क्षेत्र के अलावा बाहर से भी अधिक संख्या में लोग आकर उर्स में हाजिर होते थे और दरगाह में फातिहा पढ़ मन्नतें मुरादें मांगते थे। मगर विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना के संक्रमण को देखते हुए पूर्व में ही खानकाह के सज्जादा नशीन सैयद अख़्तर मियां चिश्ती द्वारा उर्स रद्द करने की जानकारी सोशल मीडिया व समाचार पत्रों के माध्यम से दे दी गयी थी। जिसमें नगर व बाहर से आने वाले लोगों से खानकाह आकर उर्स में शामिल होने से मना कर दिया गया था तथा दरगाह के गेट पर नोटिस चस्पा दिया गया। जिसके बाद शनिवार, 11 रमजान को हुआ उर्स असर की नमाज के बाद कुरान ख्वानी व मुख़्तसर फातिहा के साथ संम्पन्न हो गया फातिहा में खानकाह में रहने वाले चंद लोग ही शामिल रहे। पिछली साल की तरह इस साल भी नगर व बाहर के लोग फातिहा में शामिल होने से महरूम रहे, जिस वजह से नगर के लोगों में उदासी देखने को मिली। वहीं उर्स की फातिहा को लेकर दरगाह में सुबह से ही साफ सफाई चलती रही और शाम को असर की नमाज के बाद मुख्तसर फातिहा के साथ ख़्वाजा बन्दा नवाज चिश्ती को याद किया गया। हिन्दुस्थान समाचार / सुनील

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