नगर निगम के महारानी लक्ष्मीबाई सभागार में महापौर बिहारी लाल आर्य की अध्यक्षता में सदन की पहली बैठक आयोजित की गई, जिसमें शहर के विकास को लेकर 3 अरब 80 करोड़ 40 लाख का बजट रखा गया था।