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उप्र को-आपरेटिव बैंक ने किया 17032.28 करोड़ का व्यवसाय, भारतीय रिजर्व बैंक संतुष्ट

- सहकारिता मंत्री ने बैंक के नवनिर्मित साइबर सिक्योरिटी सेन्टर का किया निरीक्षण - 13 अन्य शाखाएं खोलने को मिली अनुमति लखनऊ, 04 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने शुक्रवार को उप्र को-आपरेटिव बैंक के नवनिर्मित साइबर सिक्योरिटी सेन्टर का निरीक्षण किया गया। इस मौके पर अधिकारियों ने अवगत कराया कि बैंक ने कुल 17032.28 करोड़ का व्यवसाय किया है। वहीं 45.47 करोड़ का लाभ हुआ है। अधिकारियों ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक व्यवसाय से संतुष्ट है और राज्य में 13 अन्य शाखाएं खोलने के लिए अनुमति प्रदान कर दी है। निरीक्षण के दौरान बैंक द्वारा बताया गया कि देश के राज्य सहकारी बैंकों में गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश ही एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां पर उच्च तकनीक के साथ साइबर सिक्योरिटी सेन्टर बनाया गया है। इसके माध्यम से सहकारिता के त्रिस्तरीय सहकारी साख ढाॅचें के अन्तर्गत शीर्ष बैंक, जिला सहकारी बैंक एवं सीबीएस पैटर्न पर चल रही सहकारी समितियाॅ में होने वाले ऑनलाइन फ्राड, साइबर फ्राड को रोका जा सकेगा, जिससे बैंक के साथ-साथ ग्राहकों के हितों की सुरक्षा होगी। अधिकारियों ने कहा कि वर्ष 2020-21 में अल्पकालीन फसली ऋण वितरण के अन्तर्गत 7085 करोड़ का ऋण जिला सहकारी बैंकों के माध्यम से वितरित किया गया है, जिसक लिए इस वर्ष शीर्ष बैंक द्वारा जिला सहकारी बैंकों को फसली ऋण वितरण हेतु 5931.51 करोड़ की ऋण सीमाएं स्वीकृत करते हुए 3857.48 करोड़ कर पुनर्वित्त उपलब्ध कराया गया है। नाबार्ड से 3114.60 करोड़ का पुनर्वित्त प्राप्त किया गया, जो विगत 05 वर्षों में सर्वोच्च रहा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष गन्ना किसानों को पैक्स के माध्यम से भी ऋण वितरण दिये जाने की नयी योजना प्रारम्भ की गयी, जिससे आगामी वर्षों में फसली ऋण वितरण में पर्याप्त वृद्धि होगी। सहकारिता मंत्री को यह भी अवगत कराया गया कि पेराई सत्र 2020-21 हेतु सहकारी क्षेत्र की 17 एवं निजी क्षेत्र की 06 चीनी मिलों को कुल 2284.78 करोड़ की ऋण सीमाएं स्वीकृत करते हुए अब तक कुल 1259.22 करोड़ की धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। वहीं, शीर्ष बैंक स्तर पर जिला सहकारी बैंकों का कंसोर्टियम गठित करते हुए 930.00 करोड़ की ऋण सीमाएं स्वीकृत कर अब तक चीनी मिलों को 323.42 करोड़ की धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। वहीं, 16 कमजोर जिला सहकारी बैंकों की धनराशि 127 करोड़ का चीनी मिलों में विनियोजन किया गया है। इस मौके पर बैंक के प्रबन्ध निदेशक भूपेन्द्र कुमार, महाप्रबन्धक(प्रशासन) रवीन्द्र सिंह सेंगर तथा बैंक के महाप्रबन्धक एवं उपमहाप्रबन्धक भी उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश

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