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केन्द्रीय मंत्री वीके सिंह सुरक्षा मुहैया कराने में बन रहे बाधक : संत यति नरसिंहानन्द

-वीके सिंह ने आरोप को सिरे से खारिज किया -डासना मंदिर की महंती अब संभालेंगी साध्वी यति चेतनानंद सरस्वती गाजियाबाद, 18 मई(हि.स.)। केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह पर डासना शिव शक्ति धाम मंदिर के फायर ब्रांड संत यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने अपनी सुरक्षा मिलने में अड़ंगा लगाने का आरोप लगाते हुए सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। वहीं वीके सिंह ने आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि सुरक्षा देने का काम सुरक्षा एजेंसियों और सरकार का दायित्व है। सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद ही किसी भी व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान की जाती है, इसमें सांसद की कोई भूमिका नहीं होती है। डासना मंदिर परिसर में मंगलवार को आयोजित वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में यती नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि उनकी आतंकवादियों द्वारा कभी भी हत्या हो सकती है, इसके बावजूद अभी तक प्रदेश व केंद्र सरकार ने उन्हें कोई खास सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के नाम पर केवल उन्हें एक सिपाही दिया गया है। यति महाराज ने आरोप लगाया कि सरकार उन्हें सुरक्षा देना चाहती है, लेकिन गाजियाबाद के सांसद और केंद्रीय परिवहन सड़क राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह इस मामले में अड़ंगा लगा रहे हैं। डासना मंदिर की महंती अब संभालेंगी साध्वी यति चेतनानंद सरस्वती इस मौके पर उन्होंने आज डासना मंदिर के महंत की गद्दी साध्वी यति चेतनानंद सरस्वती को सौंप दी और यह घोषणा की कि वह अब पूरे देश में जैश-ए-मोहम्मद उनके जिहादियों के खिलाफ प्रचार करेंगे और सनातन धर्म के अनुयायियों को जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सक्रिय सदस्य जॉन मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर कि दिल्ली में हुई गिरफ्तारी के बावजूद अभी तक उन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है। जबकि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2 दिन पूर्व जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी जहांगीर को दिल्ली में गिरफ्तार किया था। जिसने पुलिस के समक्ष यह स्वीकार किया कि वह डासना मंदिर के महंत की हत्या के लिए दिल्ली आया था। इस मौके पर लगभग एक दर्जन विभिन्न हिंदू संगठनों के प्रमुख मौजूद थे। सभी संगठन प्रमुखों ने आरोप लगाया कि पिछले दिनों सरकार की लापरवाही के कारण ही हिंदू नेता कमलेश तिवारी की लखनऊ में हत्या हो गई थी। इसके बावजूद अभी तक सरकार और सुरक्षा एजेंसियां चेती नहीं है। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली

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