डासना के देवी मंदिर में घुसे दो संदिग्ध, रजिस्टर में नाम बदलकर लिखवाया, गिरफ्तार
महंत यति ने लगाया पुलिस पर लापरवाही का आरोप, कहा उनकी हत्या की रची जा रही साजिश गाजियाबाद, 03 जून(हि.स.)। जिला मुख्यालय से करीब 12 किलो मीटर दूर डासना स्थित शिव शक्ति धाम देवी मंदिर में दो संदिग्ध लोगों के प्रवेश करने के मामले में मंदिर के महंत यति नरसिंघानन्द महाराज ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। अभी तक की गई जांच पड़ताल में पता चला है कि इन संदिग्ध युवकों में से एक विपुल विजय वर्गीय हिंदू और मुस्लिम धर्म में विश्वास रखता है। उनका कहना है कि यति महाराज के साथ साक्षात करने आए थे। वही अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने जिला प्रशासन के माध्यम से भेजे ज्ञापन में यति महाराज को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। दरअसल, बुधवार की देर रात डासना के देवी मंदिर में गेट पर रजिस्टर में अपनी एंट्री दर्ज कराकर दो युवकों ने प्रवेश किया था। इनमें से एक युवक ने अपना नाम नागपुर निवासी विपुल विजयवर्गीय बताया था जबकि दूसरे ने अपना नाम गाजियाबाद निवासी काशी गुप्ता बताया था। जब यह लोग प्रवेश कर गए तो सेवादारों को उन पर शक हुआ। उन्होंने उनकी तलाशी ली और पूछताछ की। तलाशी में उनके पास से तीन सर्जिकल ब्लेड और कुछ आपत्तिजनक दवाइयां बरामद की। इसके बाद सख्ती से पूछताछ की तो काशी गुप्ता नामक युवक ने बताया कि उसका असली नाम काशिफ है। उसने गलत नाम बता कर मंदिर में प्रवेश किया है। इसके बाद मंदिर के सेवादारों में हड़कंप मच गया और उन्होंने पूरी इसकी जानकारी स्वामी यति महाराज को दी। साथ ही पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। पुलिस ने तत्काल पहुंचकर दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया और थाने लाकर उनसे पूछताछ कर रही है। मसूरी थाना प्रभारी शैलेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि अभी दोनों ही लोगों से पूछताछ की जा रही है। विपुल विजयवर्गीय दोनों धर्म में विश्वास रखता है। दोनों स्वामी यति नरसिंहानंद से साक्षात के लिए आए थे। एसएचओ का कहना है कि इसमें गहराई से जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि युवकों से साइनाइड बरामद नहीं हुआ है। दूसरी ओर नरसिंघा नंद महाराज ने कहा है कि इस मामले में पुलिस लापरवाही बरत रही है। सोशल मीडिया पर डाले गए एक वीडियो में यति ने कहा है कि 8:45 बजे शिव शक्ति धाम मंदिर में दो संदिग्ध युवक आए। जिनमें से एक हिंदू और एक मुसलमान था। मुसलमान ने अपना नाम काशी गुप्ता बताकर एंट्री की। उन्होंने कहा कि कोई उनकी हत्या करना चाहता है यही कारण है कि मंदिर के बाहर पुलिस ने भी इन संदिग्ध लोगों की तलाशी लेना उचित नहीं समझा। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली