बिकरु कांड की पुनर्रावृत्ति रोकने के लिए एक साल से थानों में टिके चालक व फॉलोअर हटेंगे - एडीजी जोन
इटावा, 06 जनवरी (हि.स.)। उत्तरप्रदेश के इटावा जनपद में कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक करने पहुंचे एडीजी जोन कानपुर जय नारायण सिंह ने समीक्षा बैठक के बाद टेलीकॉम उपकरणों को चुराकर अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचने वाले गिरोह और राष्ट्रीय स्तर के ऑटो फ्रॉड गैंग का खुलासा करने वाली स्वाट और पुलिस टीम को सम्मानित किया। एडीजी ने कानून व्यवस्था में सुधार करने के लिए कहा कि थानों में अब छोटे पुलिसकर्मियों जैसे कि चालक और फॉलोअर एक साल से ज्यादा तैनात नहीं रह सकेंगे। इटावा पहुंचे एडीजी जोन कानपुर जय नारायण सिंह ने पुलिस लाइन पर बनवाये गए मुख्य द्वार का फीता काटकर उद्घाटन किया। उन्होंने पुलिस लाइन में संत्री पोस्ट महिला थाना, सीसीटीएनएस कक्ष का निरीक्षण करने के बाद पुलिसकर्मियों को कोविड-19 के दिशा निर्देशां का पालन करने के सम्बंध में जानकारी देते हुए रिक्रूट आरक्षियों के प्रशिक्षण के सम्बंध में पूछताछ की। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि इटावा पुलिस ने जियो सर्वर रूम में हुई तीन करोड़ रुपये की डकैती की घटना का खुलासा अंतरराष्ट्रीय स्तर का गैंग पकड़कर और फिर राष्ट्रीय स्तर के ऑटो फ्रॉड गैंग को पकड़कर बड़ा काम किया है। जिसके एवज में इटावा पुलिस के अधिकारियों के साथ-साथ अपर प्रमुख सचिव गृह द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। इसलिए आज उन्होंने भी इटावा पुलिस टीम को सम्मानित किया है। कानपुर के बिकरु कांड से सबक लेते हुए उन्हांने पुलिस विभाग में तैनात चालक और फॉलोअर को एक साल से अधिक होने पर ट्रांसफर करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि छोटे पुलिसकर्मी ही अपराधियां के जल्द ही सम्पर्क में आ जाते है, जिस कारण से बिकरु कांड जैसी भयावह घटना घटित होती है। इस वजह से चालक और फॉलोअरों को एक साल से अधिक थाना में नियुक्ति नही दी जाएगी उनका तबादला अन्य थानों में किया जाएगा जिससे उनके कार्यक्षेत्र में परिवर्तन हो सके और कानून व्यवस्था में सुधार हो सके। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/मोहित-hindusthansamachar.in