लोकतंत्र सेनानी का आकस्मिक निधन, परिवार को ढांढस बंधाने पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी
अमेठी, 07 जनवरी (हि.स.)। जनपद में लोकतंत्र सेनानी हुबलाल पासी का बुधवार शाम आकस्मिक निधन हो गया था। इसकी जानकारी होने पर गुरुवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए सेनानी के घर पहुंची। परिवार को हर संभव मदद करने का आश्वासन देने के साथ रास्ते के विवाद को 24 घंटे के भीतर ही निस्तारण करने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर जनपद में आयी थी। उन्होंने अमेठी लोकसभा क्षेत्र के परशदेपुर और हलियापुर में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत किया। फिर वो लोकतंत्र सेनानी हुबलाल पासी के मुसाफिरखाना स्थित ग्राम पूरे बरजोर मजरे कंजास गांव पहुंची और मृतक के परिवार को ढाढ़स बंधवाया। इस पर मृतक की पत्नी ने रास्ते के विवाद का मामला बताया तो स्मृति ने 24 घंटे में निस्तारण करने के निर्देश दिए। वहीं लोकतंत्र सेनानी के बेटे का स्वास्थ्य गड़बड़ देख स्मृति ईरानी साथ मौजूद मंत्री सुरेश पासी से उसका इलाज लखनऊ में कराने को कहा है। आपातकाल के दौरान जेल गए थे हुबलाल लोकतंत्र सेनानी हुबलाल (65) 1975 में आपातकाल के दौरान जेल गए थे। करीब 20 वर्ष की उम्र तत्कालीन सरकार द्वारा विपक्ष के आवाहन पर आंदोलन में शामिल होने के चलते गिरफ्तार कर लिए गए थे। लंबे समय तक जेल में बंद रहे हुबलाल 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद जेल से छूटे थे। बुधवार शाम उनके आकस्मिक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई थी। लोकतंत्र सेनानी ने जताई नाराजगी लोकतंत्र सेनानी हुबलाल के अंतिम संस्कार के दौरान उन्हें राष्ट्रीय ध्वज न दिए जाने पर मौके पर मौजूद लोकतंत्र सेनानी राम मूर्ति तिवारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा उनके शव को तिरंगे में न लपेटना गंभीर मामला है। मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों के साथ ही शासन स्तर पर की जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/असगर/दीपक/मोहित-hindusthansamachar.in