साढे तीन माह से अनशन में बैठे दंपत्ति का अनशन समाप्त
बांदा, 09 फरवरी (हि.स.)। पिछले साढे तीन माह से विकलांग अपनी पत्नी के साथ अशोक लाट के नीचे अनशन पर बैठा था, जिसे सिटी मजिस्ट्रेट ने समझा-बुझाकर अनशन खत्म करा दिया। जनपद के ग्राम जमुनी पुरवा निवासी अजीज अहमद अपनी पत्नी जरीना के साथ 21 अक्टूबर 2020 से अशोक स्तंभ के नीचे क्रमिक अनशन पर बैठा था। उसकी मांग थी कि मृत्यु प्रमाण पत्र एवं परिवार रजिस्टर में दर्ज रहीम बक्स पुत्र सुकरू की मृत्यु 25 जुलाई 1996 जिसे दीन मोहम्मद द्वारा गलत दर्ज कराई गई है। उसे जन्म एवं मृत्यु रजिस्ट्रीकरण अधिनियम की धारा 15 के तहत निरस्त करवा कर सही मृत्यु की तारीख 11 फरवरी 2000 दर्ज कराया जाए। इस मांग को लेकर अनशन पर बैठे विकलांग अजीज अहमद का अनशन समाप्त करने के लिए प्रशासन ने पुलिस बल का भी प्रयोग किया, लेकिन अनशन समाप्त नहीं करा पाया। इधर, एक 28 जनवरी से दंपत्ति ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। बाद में प्रशासन ने उसकी पत्नी जरीना को हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया था। इसके बाद भी यह परिवार अनशन पर डटा रहा। आज सिटी मजिस्ट्रेट केशव नाथ एवं विकलांग पार्टी के अध्यक्ष श्याम बाबू त्रिपाठी ने समझाया और दंपत्ति अनशन समाप्त करने को राजी हो गया। इस बारे में सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि हमने पीड़ित परिवार को समझाया है कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है आप न्यायिक पैरवी करें आपको न्याय मिलेगा। इस बारे में राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के जिला अध्यक्ष श्याम बाबू त्रिपाठी ने बताया कि इनके बाबा का मृत्यु प्रमाण पत्र 19 96 का बना है जबकि उनकी मृत्यु 2000 में हुई है मृत्यु की तारीख गलत दर्ज होने से तहसीलदार के यहां इनकी बारासत खारिज हो गई है। इसी बात को लेकर यह परिवार अनशन पर बैठा था। इस बारे में प्रशासन द्वारा कहा गया है कि आप साक्ष्य उपलब्ध कराएं पीड़ित को न्याय मिलेगा। इस संबंध में डीपीआरओ की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी भी बनाई गई है। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल-hindusthansamachar.in