आत्महत्या पर विराम लगाने के लिए शुरू होगा टेलीमानस प्रोग्राम, मानसिक रोगियों की 24 घंटे होगी काउंसिलिंग

हमीरपुर समेत समूचे बुन्देलखंड क्षेत्र में पिछले कई सालों से आत्महत्या की घटनाओं का लगातार ग्राफ बढ़ रहा है।
आत्महत्या पर विराम लगाने होगा टेलीमानस प्रोग्राम शुरू
आत्महत्या पर विराम लगाने होगा टेलीमानस प्रोग्राम शुरू

हमीरपुर, एजेंसी। हमीरपुर जिले में पहली बार टेलीमानस कार्यक्रम का आगाज किया गया है। इस कार्यक्रम के जरिए आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर विराम लगाने की तैयारी है। इसके लिए मानसिक रोगियों की 24 घंटे काउंसिलिंग की एक योजना तैयार भी डिपार्टमेंट तैयार कर रहा है।

हमीरपुर में हर महीने एक दर्जन से ज्यादा आत्महत्या

हमीरपुर समेत समूचे बुन्देलखंड क्षेत्र में पिछले कई सालों से आत्महत्या की घटनाओं का लगातार ग्राफ बढ़ रहा है। अकेले हमीरपुर में ही हर महीने एक दर्जन से ज्यादा लोग जिन्दगी से हताश होकर मौत को गले लगाते है जबकि पिछले साल सैकड़ों घटनाएं आत्महत्या की हुई है। ज्यादातर घटनाओं के पीछे टेंशन एक बड़ी वजह बताई जा रही है। आत्महत्या करने वालों में नवयुवकों की संख्या सर्वाधिक है।

उत्तर प्रदेश में टेलीमानस कार्यक्रम शुरू किया गया

इस साल 55 दिन में ही आत्महत्या की करीब दो दर्जन घटनाएं हो चुकी है। आत्महत्या के लगातार मामले बढने से अब शासन भी हरकत में आ गया है। हमीरपुर की मनोवैज्ञानिक काउंसलर मानसी सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में टेलीमानस कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत 24 घंटे काउंसिलिंग की व्यवस्था अभी सिर्फ आगरा, बरेली, गोरखपुर व वाराणसी में है लेकिन हमीरपुर को भी इस दायरे में लाए जाने की तैयारी शासन ने की है। बताया कि इस कार्यक्रम को लेकर अभी 14416 व 18008914416 टोल फ्री नम्बर आवंटित कर दिए गए है।

टोलीमानस प्रोग्राम के तहत मानसिक रोगी को टोल फ्री नम्बर पर फोन करना होगा

मनोवैज्ञानिक काउंसलर ने बताया कि टोलीमानस प्रोग्राम के तहत सबसे पहले मानसिक रोगी को टोल फ्री नम्बर पर फोन करना होगा। लखनऊ हेड क्वाटर पर बैठे कर्मचारी के हमीरपुर काउंसलर को फोन पर सूचना देने पर संबन्धित मानसिक रोगी की काउंसिलिंग की जाएगी। बताया कि हमीरपुर जिला अस्पताल में मन कक्ष में प्रगति गुप्ता, नीता वर्मा की तैनाती है। अभी यह सेवा सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक ही उपलब्ध है।

टेलीमानस प्रोग्राम से थमेंगे आत्महत्या के मामले

मनोवैज्ञानिक काउंसलर मानसी सिंह ने बताया कि मन कक्ष में एक डॉक्टर की तैनाती होगी। मन कक्षा आफिस भी 24 घंटे संचालित होगा। बताया कि शासन का मानना है कि हमीरपुर समेत बुन्देलखंड क्षेत्र में सर्वाधिक आत्महत्या की घटनाएं हो रही है इसलिए यहां पर शासन ने अब विशेष फोकस किया है। टेंशन और हताश लोगों की काउंसिलिंग कर उन्हें जागरूक किया जाएगा। जिससे आत्महत्या के मामलों पर रोक लगाई जा सके।

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