Strawberry festival will be organized from Sankranti to Basant Panchami
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संक्रांति से बसन्त पंचमी तक स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का होगा आयोजन

झांसी, 10 जनवरी(हि.स.)। बुन्देलखण्ड में स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर जिला प्रशासन और उद्यान विभाग की कोशिश है कि किसानों तक स्ट्रॉबेरी की खेती की जानकारी पहुंचाई जाए और उन्हें इसकी खेती के लिए प्रेरित किया जाए। इसको लेकर मकर संक्रांति से बसन्त पंचमी तक एक खास आयोजन किया जाना है जिसकी जानकारी देते हुए जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने बताया कि बुन्देलखण्ड में खेती से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के मकसद से एक नया प्रयोग किया जा रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती को प्रोत्साहन देने के मकसद से मकर संक्रांति से बसन्त पंचमी तक एक खास आयोजन किया जाना है इसकी जानकारी दीनदयाल सभागार में रविवार को स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का लोगो लांच कर दी गई। कार्यक्रम के दौरान सांसद अनुराग शर्मा सहित उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के प्रशासनिक, उद्यान, कृषि विभाग के अफसर व स्ट्रॉबेरी उत्पादक मौजूद रहे। बुन्देलखण्ड में स्ट्रॉबेरी की खेती के आयोजन की जानकारी चार सप्ताह तक दरअसल झांसी ऑर्गेनिक्स संस्था ने पिछले कुछ महीनों में स्ट्रॉबेरी की खेती में सफलता हासिल की है। अब जिला प्रशासन और उद्यान विभाग की कोशिश है कि बुन्देलखण्ड के किसानों तक यह जानकारी पहुंचाई जाए और उन्हें इसकी खेती के लिए प्रेरित किया जाए। स्ट्रॉबेरी की खेती के माध्यम से किसान बेहतर आमदनी हासिल कर सकते हैं। स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का आयोजन 17 जनवरी से 16 फरवरी तक किया जाना है। इस अवधि में विभिन्न तरह के आयोजन भी किये जायेंगे। बुन्देलखण्ड में स्ट्रॉबेरी की खेती को मिलेगा प्रोत्साहन जिला प्रशासन और उद्यान विभाग देगा बढ़ावाझांसी के सांसद अनुराग शर्मा ने बताया कि बुन्देलखण्ड की धरती पर पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू हुई है। यह क्षेत्र कभी फलों के लिए नहीं जाना गया। पहली बार बिना सरकारी मदद के किसी ने इस तरह की पैदावार में सफलता हासिल की है। झांसी में यदि इसे बढ़ावा मिला तो किसानों को बेहतर आमदनी का एक नया जरिया मिल सकेगा। डीएम आंद्रा वामसी ने बताया कि बुन्देलखण्ड में खेती से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के मकसद से एक नया प्रयोग किया जा रहा है। झांसी जनपद दलहन, तिलहन और अदरक की पैदाइश के लिए जाना जाता है. इस क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती ड्रिप इरिगेशन और स्प्रिंकल के माध्यम से बेहतर तरीके से की जा सकती है। इस मौके पर कलेक्टर निवाड़ी श्री आशीष भार्गव ने भी ऑडियो पी के अंतर्गत अदरक की खेती को क्षेत्र में प्रोत्साहन दिए जाने की जानकारी दी। कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ होटल मैनेजमेंट और रेस्तरां के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/महेश-hindusthansamachar.in

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