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विप में सभापति के चुनाव के लिए राज्यपाल से मिले सपा नेता, वरिष्ठतम सदस्य को प्रोटेम स्पीकर बनाने की मांग

लखनऊ, 30 जनवरी (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल ने विधान परिषद के सभापति का पद इस महीने रिक्त होने के मद्देनजर चुनाव घोषित करने और तब तक प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने को लेकर राज्यपाल आन्दीबेन पटेल को शनिवार को ज्ञापन सौंपा। पार्टी के विधान परिषद सदस्यों अरविन्द कुमार सिंह, उदयवीर सिंह, शशांक यादव तथा डॉ. राजपाल कश्यप की ओर से सौंपे गए इस ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश की विधान परिषद के सभापति का पद 30 जनवरी को रिक्त हो रहा है पार्टी विधान परिषद में 51 सदस्यों के साथ सबसे बड़ा दल व बहुमत में है। पार्टी के विधान परिषद सदस्यों ने अपने नेता अहमद हसन के जरिए राज्यपाल से मांग की कि संवैधानिक व्यवस्थाओं और परम्परा के मद्देनजर अविलम्ब सभापति का चुनाव घोषित किया जाए और चुनाव होने तक सदन में वरिष्ठतम सदस्य को प्रोटेम स्पीकर पद पर नियुक्त किया जाए। पार्टी ने राज्यपाल से कहा कि समाजवादी पार्टी अपने विधान परिषद सदस्यों की राय से सहमत है और लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं व जनहित में इस मांग का समर्थन करती है। पार्टी ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि विधान परिषद स्पीकर सभापति का चुनाव अविलम्ब कराने के लिए सरकार को निर्देशित करें तथा सभापति का चुनाव होने तक सदन के वरिष्ठतम सदस्य को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाए। दरअसल सपा को डर है कि सत्तारूढ़ दल प्रोटेम सभापति के पद पर वरिष्ठतम सदस्य का चयन न करके अपनी मनोनीत नेता को प्रोटेम सभापति बनाकर बहुमत होने तक समय गुजार सकता है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की शुक्रवार को पार्टी के विधान परिषद सदस्यों के साथ बैठक में इस पर आशंका व्यक्त की गई थी। इसमें पार्टी नेताओं ने कहा कि भाजपा विधान परिषद में लोकतांत्रिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रही है। बैठक में सदस्यों ने यह आशंका जताई कि स्थापित मान्यताओं के विपरीत भाजपा प्रोटेम सभापति के पद पर वरिष्ठतम सदस्य के चयन को दरकिनार कर अपने मनोनीत द्वारा प्रोटेम सभापति पद के रूप में शेष अवधि तक कार्य संचालन कराने की रणनीति पर काम कर रही है। भाजपा के पास विधान परिषद में न तो बहुमत है और नहीं वरिष्ठतम कार्यकाल का कोई विधान परिषद सदस्य है। दरअसल इस महीने के अन्त में जिन सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है उनमें सपा के रमेश यादव भी शामिल हैं। रमेश ही इस समय विधान परिषद के सभापति हैं। रमेश यादव का विधान परिषद सदस्य के तौर पर कार्यकाल खत्म होने के साथ ही भाजपा की निगाहें भी सभापति के आसन पर हैं। हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in

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