अभ्यर्थियों का कहना है कि 69000 शिक्षक भर्ती में व्यापक पैमाने पर घोटाला हुआ है। इसकी जांच करते हुए मुख्यमंत्री के आदेश के बाद शासन ने उनकी एक सूची जारी की लेकिन उन्हें अभी तक नियुक्ति नहीं मिली।