शिवरात्रि पर श्रद्धालु निराश, दूधेश्वर मंदिर में नहीं कर पाये जलाभिषेक
शिवरात्रि पर श्रद्धालु निराश, दूधेश्वर मंदिर में नहीं कर पाये जलाभिषेक

शिवरात्रि पर श्रद्धालु निराश, दूधेश्वर मंदिर में नहीं कर पाये जलाभिषेक

गाजियाबाद,19 जुलाई(हि. स.)। शिवरात्रि पर्व के अवसर पर गाजियाबाद के प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर में रविवार को श्रद्धालु निराश दिखाई दिए। क्योंकि उन्हें मंदिर के अंदर कोरोना की वजह से जाने का मौका नहीं मिला। इसलिए सुबह के वक्त ही वे मंदिर के द्वार के पास पहुंचे और यहां पर माथा टेका। मंदिर 31 जुलाई तक के लिए भक्तों के लिए बंद किया गया है। आज सुबह तड़के 11 पुरोहितों ने मंदिर के अंदर पूजा-अर्चना की और भगवान दूधेश्वर का जलाभिषक किया। ऐसा पहली बार हुआ है जब शिवरात्रि के मौके पर भक्त जलाभिषेक नहीं कर पाए। सुबह क से मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की कतारें देखी गई। लेकिन मौके पर पुलिस ने भी लोगों को समझाया कि कोरोना काल के चलते मंदिर के कपाट बंद हैं। इसके बाद वे काफी निराश हो गए। हालांकि उन्होंने ने मंदिर के द्वार पर ही माथा टेका और दिए जलाएं। बाद में फिर पुलिस ने लोगों को एकत्रित होने से मना किया। मंदिर प्रशासन की तरफ से भी आग्रह किया गया कि भगवान की पूजा-अर्चना घर पर रहकर ही करें। उल्लेखनीय है कि प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर में प्राचीन काल में रावण ने भी पूजा-अर्चना की थी। मंदिर वाली जगह पर प्राचीन काल में एक गाय आया करती थी, वह गाय स्वयं दूध दिया करती थी। बाद में वहां खुदाई की गई तो भगवान दूधेश्वर प्रकट हुए। सावन की शिवरात्रि के मौके पर लाखों भक्त इस मंदिर में पहुंचते हैं। जिनमें सबसे ज्यादा कांवड़ियों की संख्या होती है, लेकिन इस बार कावड़ यात्रा पर भी रोक लगाई गई थी। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली-hindusthansamachar.in

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