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एक जिला एक उत्पाद में चयनित आंवले के उत्पादों को किया जाएगा प्रोत्साहित

प्रतापगढ़, 21 जून (हि.स.)। प्रतापगढ़ जिले के प्रसिद्ध पांडव कालीन भयहरण नाथ धाम में सोमवार को प्रबन्ध समिति की बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि एक जिला एक उत्पाद योजना में चयनित आंवला उत्पादों को प्रोत्साहित किया जाएगा। जिसकी रूप रेखा तैयार कर अंतिम रूप प्रदान किया गया। धाम में मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अंतर्गत लगभग 40 लाख की योजनाओं पर समिति ने मूर्त रूप देने पर निर्णय लिया। योजनाओं में मंच, दर्शक दीर्घा, ग्रीन रूम, पर्यटक हेल्प कार्यालय, पेयजल की व्यवस्था व दो बेंचो का निर्माण होना है। योजनाओं की देखरेख व सहयोग हेतु पांच सदस्यीय समिति का गठन हुआ, जिसमें राजकुमार शुक्ल, सुरेंद्र सिंह, कमलेश वैश्य, चिंतामणि त्रिपाठी व भानु प्रताप सिंह को चुना गया। यह समिति महासचिव समाज शेखर समिति को प्रति सप्ताह प्रगति से अवगत कराएगी। धाम में पर्यटकों और श्रद्धालुओं को स्वस्थ स्वल्पाहार व प्रसाद के लिए प्रस्तावित भयहरणनाथ धाम सामुदायिक कैंटीन सावन से शुरू करने पर विचार हुआ। जिसमें आंवले के उत्पादों व प्रसाद रूप में आंवले के लड्डू, बर्फी व कैंडी को प्रोत्साहित किये जाने पर सहमति बनी। सर्वसम्मति से तय हुआ कि पांच दिसम्बर 2021 तक अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन हो जाएगा। उससे पूर्व सदस्यता अभियान चलाकर नए सदस्य जोड़े जाएंगे। वहीं साधारण सभा के सभी 169 सदस्यों के बकाया सदस्यता शुल्क जमा करने के लिए 30 अगस्त तक का समय दिया गया है। धाम के आसपास के सभी ग्रामो में सामाजिक विकास केंद्रों की स्थापना होगी, जहां पहले से गठित है वहां पुनर्गठन कर केंद्रों को सक्रिय किया जाएगा। धाम के प्रशासनिक कार्यालय में एक आगंतुक रजिस्टर होगा जिसमे धाम आने वाले सरकारी अधिकारियों और प्रबंध समिति के सदस्य अपने सुझाव व टिप्पणी अंकित कर सकेंगे। कैंटीन के संचालन हेतु 11 सदस्यीय समिति का निर्धारण हुआ जिसमें महासचिव समाज शेखर, कोषाध्यक्ष लाल सिंह, प्रबन्ध समिति सदस्य दिनेश अग्रहरि, उमाकांत पांडेय, अनिल कुमार मिश्र, नवल किशोर मिश्र, रमा शंकर मिश्र, योगेश दत्त त्रिपाठी, मनीराम पटेल, आलोक बैरागी व कार्यालय प्रभारी कमलेश मिश्र को चुना गया। प्रबन्ध समिति ने तय किया कि वर्ष 2011 में एसडीएम व सीओ सदर द्वारा बनाये नियमों के तहत मंदिर व मेला व्यवस्था उपसमितियों का पुनर्गठन 30 जुलाई तक सार्वजनिक बैठक करके किया जाएगा। साथ ही तय हुआ कि 2016 में लिए गए निर्णय के अनुसार जनसहयोग तथा लोक भागीदारी हेतु भयहरणनाथ धाम सामाजिक विकास ट्रस्ट के गठन शीघ्र किया जाएगा। जिससे धाम की गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित करने में सुविधा होगी। हिन्दुस्थान समाचार/दीपेन्द्र/विद्या कान्त

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