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कोरोना के चलते निरस्त हुए वैवाहिक कार्यक्रमों से उपजी समस्या

- डीजे, वीडियो ग्राफर हुए बेरोजगार मीरजापुर, 14 मई (हि.स.)। वैश्विक कोरोना संक्रमण के चलते शादी-विवाह के कार्यक्रम रद्द होने से अस्थायी तौर पर रोजी-रोटी कमाने वालों पर संकट आन पड़ी है। डीजे, फर्नीचर, आलमारी, बॉक्स आदि के विक्रेता हाथ पर हाथ धरे ग्राहकों के इंतजार में बैठे हैं। जिन ग्राहकों ने पहले से बुकिंग कर रखे थे, उन्होंने भी कोरोना के कहर के चलते शादियां रद्द करवा दी हैं। डीजे व बैंडबाजे की 75 प्रतिशत बुकिंग निरस्त हो चुकी है। कुछ लोग कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए वैवाहिक कार्यक्रम आयोजित करने की खानापूर्ति कर भी रहे हैं। इनमें डीजे आदि के भुगतान में समय, कम खर्चे को लेकर किचकिच हो रही है। जिससे भुगतान में भी कटौती कर दी जा रही है। तो फर्नीचर, आलमारी और बक्सों से गोदाम भरा पड़ा है। लाखों का माल डंप है। कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। परिवार का खर्च निकालना भी इन दिनों मुश्किल सा हो गया है। कोरोना के चलते पूर्णबंदी से उपजी समस्या लगातार दूसरे वर्ष भी बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। 75 प्रतिशत डीजे के एग्रीमेंट निरस्त डीजे संचालक दिनेश विश्वकर्मा ने बताया कि संभावित विवाह लगन के चलते बुकिंग कोरोना की दूसरी लहर आने से पहले ही हो चुकी थी। लेकिन मार्च-अप्रैल महीने में जैसे-जैसे लहर बढ़ी एग्रीमेंट भी निरस्त होने शुरू होते गए। हालत यह है कि अधिकतर शादियां टल चुकीं हैं। डीजे लगायें तो कहां। जो बचे भी हैं वो भी किसी तरह से शादी की रश्म निभा रहे हैं। देर शाम नौ बजे तक डीजे बज रहा है। इसके बाद तमाम तरह की दिक्कतें भुगतान को लेकर हो रहीं हैं। लाखों की आलमारी गोदाम में डंप आलमारी, बाक्स व्यवसायी अवधेश कुमार ने कहा कि वैश्विक कोरोना के चलते हुए पूर्णबंदी में विवाह के बाद उपहार के रूप में दी जाने वाली आलमारी, बाक्स के पूछवार भी नहीं रहे। एक्का-दुक्का आ भी रहे हैं तो कम पैसे में ही काम निकालना चाह रहे हैं। दरअसल बड़ी शादियां निरस्त हो चुकीं हैं। लिहाजा थोक में आलमारी, बाक्स आदि की खरीददारी पर भी ब्रेक लग गया है। कोरोना कर्फ्यू के चलते ग्राहकों के फोन आने पर भी सामान नहीं दे पा रहे हैं। फर्नीचर व्यवसाइयों की बढ़ी परेशानियां फर्नीचर व्यवसायी संजय जायसवाल ने कहा कि कोरोना के चलते शादी-विवाह के मौसम में लाखों खर्च कर कुर्सी,मेज,आलमारी, बेड आदि मंगवा कर गोदाम में भर लिया। लेकिन कोरोना ने जैसे धंधे पर वज्रपात कर दिया। फर्नीचर खरीदने वाले ग्राहक बाजार से दूर हैं। पूरा का पूरा बाजार खाली है। एक दो ग्राहकों के फोन भी आते हैं तो लॉकडाउन में गोदाम से बाहर निकाल कर उन्हें देने में परेशानी खड़ी हो रही है। वीडियोग्राफी का धंधा पड़ा ठप वीडियो ग्राफर विशाल सिंह ने बताया कि शादी विवाह के अवसर पर वीडियोग्राफी, फोटो शूट, टेलीकास्ट, ड्रोन आदि में लगन में लाखों का धंधा करने वाले भी माथा पकड़ कर बैठे हैं। कोविड-19 गाइड लाइन के चलते 50 लोगों को शादी के लिए अनुमति मिल रही है। लिहाजा लोगों ने वीडियो ग्राफी, फोटो शूटिंग इवेंट में ही कटौती कर दी है। पहले से जो बुकिंग हुई भी थी, उसे भी रद्द करवा दिया जा रहा है। बैंक से लोन लेकर कुछ ने सामान खरीदा था और कर्जदार भी हो गए। हिन्दुस्थान समाचार/ गिरजा शंकर

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