prayagraj-reached-the-footpath-of-39mundmal-ganga-parikrama39-welcomed
prayagraj-reached-the-footpath-of-39mundmal-ganga-parikrama39-welcomed

‘मुंडमाल गंगा परिक्रमा’ के पदयात्री पहुंचे प्रयागराज, हुआ स्वागत

प्रयागराज, 25 मार्च (हि.स.)। दुनिया की सबसे बड़ी पदयात्रा कर रहे “मुंडमाल गंगा परिक्रमा“ के पदयात्री एवं “वृक्षमाल अभियान“ टीम के सदस्य स्व. कृपा शंकर तिवारी महाविद्यालय, मांडा रोड, प्रयागराज से अपनी पदयात्रा प्रारम्भ करके गुरूवार को अपने विश्राम स्थल रामपुर करछना पहुंचे। जहां प्रयागराज फाउंडेशन के संरक्षक योगेश शुक्ल ने पदयात्रियों का भव्य स्वागत किया। प्रयागराज फाउंडेशन के अध्यक्ष शशांक शेखर पाण्डेय ने बताया कि 26 मार्च को यह यात्रा नगर प्रवेश करके अपने अगले पड़ाव अरैल घाट स्थित सच्चा बाबा आश्रम पहुंचेगी। जहां सायंकाल मां गंगा का विधिवत पूजन अर्चन एवं महाआरती के साथ दीपदान किया जाएगा। रात्रि विश्राम के बाद 27 मार्च को प्रातः 8 बजे किला घाट से पदयात्रा प्रारम्भ होकर अक्षयवट एवं बड़े हनुमान जी के दर्शन करके बेनी माधव मंदिर दारागंज, बक्शी बाँध, एलनगंज, भारद्वाज मुनि आश्रम, कंपनी बाग के सामने से होते हुए विश्राम स्थल न्यू कैण्ट पहुंचेगी। 28 एवं 29 मार्च को पदयात्री प्रयागवासियों के साथ होली मनाएंगे और फिर 30 मार्च को पदयात्रा गोमुख के लिए प्रस्थान करेगी। उल्लेखनीय है कि अतुल्य गंगा के संस्थापक गोपाल शर्मा, लेफ्टिनेंट कर्नल हेम लोहमी एवं कर्नल मनोज केशवर द्वारा माँ गंगा को फिर से अविरल और निर्मल बनाने के लिए 11 वर्षों का अभियान शुरू किया गया है। जिसकी शुरुआत मुंडमाल गंगा परिक्रमा 15 दिसम्बर 2020 को प्रयागराज से की गयी थी। गंगा परिक्रमा में मुख्य रूप से हिरेन पटेल, कर्नल आर.पी पाण्डे, रोहित उमराव, रोहित जाट और शगुन त्यागी हैं। परिक्रमा के साथ साथ अतुल्य गंगा टीम हर 10-15 किलोमीटर पर गंगा जल के प्रदूषण का 12 पैरामीटर के तहत जांच के साथ साथ गंगा में गिरने वाले सारे नाले को चिन्हित कर रही है। इसके अलावा अतुल्य गंगा के साथ मिलकर ग्रीन इंडिया फाउंडेशन, विजय शुक्ला एवं कालेश्वर मिश्रा के नेतृत्व में वृक्षमाल अभियान चला रही है। प्रयागराज फाउंडेशन के अध्यक्ष ने प्रयागवासियों से अनुरोध किया है कि 26 मार्च को सायं अरैल घाट पहुंच कर गंगा की अविरलता एवं निर्मलता के लिए हजारों किलोमीटर की पदयात्रा कर रहे गंगा पुत्रों का अभिनंदन करें एवं गंगा आरती और दीपदान में शामिल हों। हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/दीपक

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in