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उप्र : गंगा समेत प्रमुख नदियों के किनारे बढ़ी पुलिस की गश्‍त, 24 घंटे हो रही पेट्रोलिंग

- नदियों व घाटों के किनारे जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश लखनऊ, 17 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की नदियों में शव न बहाने के लिए योगी सरकार ने एडवायजरी जारी किया है। बावजूद कहीं न कहीं शव बहाने के केस मिल जा रहे हैं। इसे रोकने के लिए गंगा समेत प्रमुख नदियों के किनारे पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घाटों के किनारे जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। यह बातें सोमवार को सरकार के एक प्रवक्ता ने कही। उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए सरकार की ओर से पांच हजार रूपये दिए जा रहे हैं। कहा कि मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को नदियों के किनारे विशेष निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। खासकर गंगा नदी के किनारे 24 घंटे पुलिस पीएसी, एसडीआरएफ के जरिए पेट्रोलिंग कराने के निर्देश हैं। वाराणसी में 7, गाजीपुर में 15, चंदौली व बलिया में 8 शव मिले थे, जिनका सरकार की ओर से पूरे रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार कराया गया। प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन व पुलिस को निर्देश दिए हैं कि गांवों एवं घाटों के आसपास के इलाकों में ध्वनि प्रसार यंत्रों या पीए सिस्टम के माध्यम से विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए। अंतिम संस्कार के लिए सरकार की योजना के बारे में लोगों को जानकारी दी जाए। उन्होंने बताया कि गाजीपुर में 18 श्मशान घाटों पर पुलिस व राजस्व की स्टैटिक टीम की ड्यूटी शिफ्टवार लगाई गई है। थाना सैदपुर से थाना गहमर तक गंगा नदी के तटीय क्षेत्र में कुल 34 टीमें शिफ्टवार डयूटी पर लगाई गई हैं। उत्तर प्रदेश व बिहार के अन्तरराज्यीय बार्डर पर थाना गहमर के बारा व देवल, थाना दिलदारनगर के ताजपुर कुरा एवं थाना जमनियां के कर्महरी व देवगढ़ी बार्डर पर चेकिंग के लिए शिफ्टवार पुलिस बल तैनात किया गया है। इसी तरह जनपद वाराणसी के सीमावर्ती जनपदों में लगातार पुलिस गश्त के साथ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। वहीं, कानपुर, फतेहपुर व चंदौली में पीएसी एवं एसडीआरएफ की टीमें लगातार गंगा नदी के किनारे पेट्रोलिंग कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/विद्या कान्त

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