वंदे मातरम गायन को गिनीज बुक में दर्ज कराने में बने सहभागी
बांदा, 02 फरवरी (हि.स.)। 4 फरवरी 2021 से देश में चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव मनाया जा रहा है। इस मौके पर एक दिन पहले ही वंदे मातरम गायन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया जाएगा। इसके लिए आप भी वंदे मातरम गाकर वंदे मातरम गायन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराने से सहभागी बन सकते हैं। चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव के अवसर पर वंदे मातरम कायन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया जाएगा।इसके लिए समस्त मंडलायुक्त व जिला अधिकारियों को निर्देश भेजे गए हैं। उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि 1 व 2 फरवरी को प्रत्येक केंद्र पर पूर्वाभ्यास एवं 3 फरवरी को प्रातः 10 से 4 फरवरी को मध्य में 12 बजे तक वंदे मातरम गायन का वीडियो अपलोड कराए। इसके लिए 3 फरवरी को प्रातः 9 बजे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के द्वारा लिंक उपलब्ध कराया जाएगा। गायन एवं वीडियो अपलोड हेतु प्रत्येक जनपद में विद्यालय/ महाविद्यालय/ विश्वविद्यालय व अन्य उपयुक्त स्थल को पूर्व में ही केंद्र घोषित किया जाए तथा केंद्र स्तर पर नोडल अधिकारी का नाम एवं मोबाइल नंबर सहित विवरण संस्कृति विभाग की ईमेल पर प्रेषित की जाए। प्रत्येक गायन केंद्र पर चयनित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की सूची भेजी जाए, प्रत्येक वीडियो में केवल एक ही प्रति प्रतिभागी सादर वंदे मातरम के प्रथम छंद- ‘वंदे मातरम वंदे मातरम सुजलाम सुफलाम मलयजशीतलाम शस्य श्यामलाम मातरम वंदे मातरम’ का गायन करते हुए वीडियो रिकॉर्ड किया जाए। वीडियो की अवधि 5 सेकेंड से अधिक की होनी तथा संपूर्ण अवधि में प्रतिभागी की स्पष्ट सैल्यूूट मुद्रा आवश्यक है। यदि संपूर्ण वीडियो अवधि में प्रतिभागी सेल्युट मात्रा में नहीं रहेगा तो उक्त गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के द्वारा स्वीकार नहीं की जाएगी। केंद्र के नोडल अधिकारी इसका विशेष ध्यान रखें कि वीडियो के आरंभ से अंत तक प्रतिभागी सैल्यूट मुद्रा में ही गायन करें। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल/मोहित-hindusthansamachar.in