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पंचायत चुनाव : कानपुर डीपीआरओ की मेहनत लाई रंग, प्रदेश में सबसे पहले निस्तारित हुई आपत्तियां

— मण्डल में सबसे कम आईं पंचायत चुनाव की आपत्तियां, उम्मीदवारों को संतुष्ट करना बना कारण — प्रदेश में सबसे पहले अंतिम सूची को पंचायत विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप में भेजा कानपुर, 25 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर आरक्षण सूची तैयार कराना पंचायत विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहता। संभावित उम्मीदवार अपने अनुसार सीट को सुनिश्चित कराना चाहते हैं और तमाम प्रकार की दलीलें आपत्तियों में दी जाती हैं। इन सबके बावजूद कानपुर के डीपीआरओ की मेहनत रंग लाई और मण्डल में सबसे कम आपत्तियां आईं। यही नहीं प्रदेश में सबसे पहले आपत्तियों का निस्तारण कर पंचायत विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप में अंतिम सूची को भी अपलोड़ कर दिया गया। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की पहली अनंतिम सूची दो मार्च को जारी की गई थी और अंतिम सूची जारी होने से पहले मामला उच्च न्यायालय पहुंच गया। कोर्ट के फैसले के बाद आये शासनादेश के मुताबिक जनपद में आरक्षण की सूची तैयार कर 20 मार्च को जारी की गई। आपत्तियां आने के बाद उनका निस्तारण करते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) कमल किशोर ने प्रदेश में सबसे पहले पंचायत विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप में अंतिम सूची गुरुवार को अपलोड कर दिया। डीपीआरओ ने बताया कि पिछली बार दो मार्च को सूची जारी हुई थी और प्रदेश में सबसे पहले आपत्तियों का निस्तारण कर विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप में भेजा था। अबकी बार भी प्रदेश में सबसे पहले आपत्तियों का निस्तारण कर अंतिम आरक्षण सूची को पंचायती विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप में भेजा है। उन्होंने बताया कि यह सब इसलिए हो पाया कि जो शासनादेश आया था उसको मीडिया और सोशल मीडिया में अधिक से अधिक प्रचारित किया गया। इसके साथ ही विभाग के अधिकारी और कर्मचारी यहां तक मैं खुद उन उम्मीदवारों को शासनादेश का हवाला बता संतुष्ट किया कि जो भी हो रहा है वह सब शासनादेश के मुताबिक है। अगर शासनादेश से इतर आपसे संबंधित सीट पर कुछ हुआ हो तो उसका निराकरण शत प्रतिशत किया जाएगा। बताया कि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को एक दिन का प्रशिक्षण दिया गया था जिससे संभावित उम्मीदवारों को समझाने में सफलता मिली और आपत्ति लेकर आये संभावित उम्मीदवारों ने आपत्ति नहीं की। इससे आपत्तियों की संख्या अन्य जनपदों की अपेक्षा कम रहीं और जो आपत्तियां आईं भी उनका भी निराकरण शासनादेश के अनुसार ही हुआ। इसी के चलते अनंतिम सूची को अंतिम सूची बनाने में अधिक समय नहीं लगा। मण्डल में आई सबसे कम आपत्तियां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जारी नई आरक्षण सूची में दो दिनों का समय आपत्ति करने के लिए दिया गया था। दो दिनों में मण्डल में सबसे अधिक आपत्तियां (1219) कानपुर देहात में आईं। सपा के गढ़ इटावा जनपद में 723 आपत्तियां, कन्नौज में 572 आपत्तियां, फर्रुखाबाद में 281 आपत्तियां और सबसे कम कानपुर नगर में 191 आपत्तियां आईं थीं। इन सभी जनपदों की नई आरक्षण सूची की अंतिम सूची तैयार हो गई हैं और शुक्रवार को जारी कर दी जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/मोहित

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