नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। केंद्र सरकार द्वारा आयोजित होने वाले सरस आजीविका मेले का चौथा संस्करण 16 फरवरी से नोएडा सेक्टर-33 ए के नोएडा हाट में आयोजित किया गया है। इस मेले का शुभारंभ 16 फरवरी से हुआ एंव इसका समापन 4 मार्च 2024 को होगा। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्था (NIRDPR) द्वारा आयोजित इस सरस आजीविका मेला 2024 में ग्रामीण भारत की शिल्प कलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार की इस पहले से ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाना है।
सरस फूड कोर्ड में दिखेंगे 27 राज्यों के पांरपरिक भोजन
सरस आजीविका मेला 2024 के वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी नरेंद्र ने रफ्तार रिपोर्टस को बताया कि इस मेले को मुख्य रुप से हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम एगजिबिशन एंव सेल के तौर पर आयोजित किया गया है। इस मेले में कुल 27 राज्य और 450 ग्रामीण स्वंय सहायता समूह की महिलाएं जिसमें केंद्रशासित प्रदेश भी शामिल हैं। सांख्यिकी के अधिकारी ने आगे बताया कि सरस मेंले में आपको सरस फूड कोर्ड में 27 राज्यों के पारंपरिक स्वादिस्ट व्यंजनों का स्वाद लेने का अवसर मिलेगा। इसके साथ इस मेले में 85 से ज्यादा भारतीय पारंपरिक लोकगीत, नृत्य जैसे पारंपरिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
राजस्थान का घेवर लोगों को आया पसंद
आपको बता दें इस मेले में 27 राज्यों की स्वंय सहायता समूह "लखपति दीदी" महिलाओं ने विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए। इन स्टॉलों में आपको हाथ से बनाए हुए अनेक प्रकार के लोकल उत्पादों और खाने के व्यंजनों का अनोखा समागम देखने को मिलेगा। इस मेले में आए हुए दर्शकों से जब रफ्तार टीम ने बात की और लोगों से उनकी पसंद के विषय में पूछा तो उनमें से अधिकतर लोगों को राजस्थान का घेवर और हाथ से बने कई हैंडलूम उत्पाद अत्यधिक मनमोहक प्रतित हुए। मेले के बाहर मेला प्रशासन द्वारा लगा भगवान राम के मंदिर का छाया चित्र और आई लव सरस युवाओं के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा।
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