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गाड़ियों में डीजल के लिए नहीं पैसे, घर का नहीं जल पा रहा चूल्हा

- ऐसे में कैसे साकार होगी डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की कल्पना झांसी, 13 मार्च (हि.स.)। नगर निगम परिसर में शनिवार को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वालों ने गाड़ियां खड़ी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी गाड़ियों में डीजल ही नहीं है ऐसे में वे कचरा कलेक्शन का कार्य कैसे करें। उन्होंने यह भी बताया कि दो माह से उनकी वेतन नहीं मिली है। ऐसे में घर का चूल्हा जलाने और गाड़ियों के डीजल के लिए वे दो-दो पैसे के लिए तरस रहे हैं। वहीं ठेकेदार से कहो तो वे नगर निगम का नाम लेकर टाल देते हैं। बीते रोज प्रदेश के मुख्यमंत्री बुन्देलखण्ड के भ्रमण पर थे। उद्देश्य था अरबों के विकास कार्यों का लोकापर्ण व शिलान्यास करना। यही नहीं जब वह झांसी में रुके तो नगर निगम में इन्ट्रीग्रेटिड कमांड कण्ट्रोल रुम का निरीक्षण करते हुए महानगर को स्मार्ट सिटी की सुविधाओं से लैस करने के निर्देश भी देते नजर आए थे। उन्होंने नगर आयुक्त से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के संबंध में जानकारी भी जुटाई थी। लक्ष्य के सापेक्ष महज करीब 20 प्रतिशत कचरा कलैक्शन पर असंतोष जताते हुए उन्होंने सख्त आदेश दिये थे कि इस कार्य में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इसके इतर कचना प्रबंधन की जुम्मेदारी लिए प्राइवेट कम्पनी के वर्करों का काफी खराब हाल है। वर्करों ने धरना प्रदर्शन करते हुए हमारी मांगे पूरी करो के नारे लगाते हुए अपने आप को परिवार के प्रति व कार्य के प्रति अपने आप को लाचार बताया। उन्होंने बताया कि हम लोगों को दो माह से कोई तनख्वाह नहीं दी गई न ही डीजल खर्च। ऐसे में भला हम लोग क्या करें न तो घर का चूल्हा जल पा रहा न ही हम लोग अपनी ड्यूटी कर पा रहे। कम्पनी के ठेकेदार का कहना है कि नगर निगम द्वारा तुम लोगों का बिल पास नहीं हुआ है, हम कहां से पेमेंट दे देेें। धरना प्रदर्शन में कचरा कलेक्शन वर्करों ने अपना दुखड़ा रोते हुए मांग की है कि हम लोगों का पेेमेंट दिया जाये व डीजल खर्च के लिए पैसे दिये जायें तभी हम अपना काम करेंगे। धरने के दौरान आकाश, सत्यप्रकाश व नीरज सहित तमाम वर्कर व सुपरवाईजर सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/महेश

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